रांची : राज्य के 61 हजार पारा शिक्षकों से संबंधित एक प्रस्ताव शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के पास आया है। यह प्रस्ताव डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और आकलन परीक्ष के आयोजन से जुड़ा हुआ है। आकलन परीक्षा में राज्य के सभी 61 हजार पारा शिक्षक शामिल हो सकें, इसके लिए कोशिश की जा रही है। पारा शिक्षकों के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। इसके लिए 15 दिनों का समय और मांगा गया है। समय मिलने के बाद फिर से आकलन परीक्षा का आवेदन लिया जाएगा।

पारा शिक्षकों की नियमावली बनने के साथ ही अप्रैल महीने से डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का काम किया जा रहा है। लगभग 50 हजार पारा शिक्षकों का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन किया जा चुका है। शेष बचे शिक्षकों का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए विभिन्न स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी भेजा गया है। इस दौरान छूट्टियां रहने की वजह से डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का काम पूरा नहीं हो सका है।

डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हो जाने के बाद भी आकलन परीक्षा ली जाएगी। वैसे पारा शिक्षक जिनके डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन काम पूरा हो चुका है, वे आकलन परीक्षा के लिए आवेदन भी कर चुके हैं। लगभग 11 हजार पारा शिक्षक ऐसे जो डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन नहीं होने की वजह से आवेदन नहीं कर सके हैं।

इन्हीं के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए 15 दिनों का समय मांगा गया है। इनके डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हो जाने के बाद जैक फरवरी में आकलन परीक्षा ले सकती है। जैक इस परीक्षा के आयोजन को लेकर पूरी तरह तैयार है। अप्रैल महीने से चल रही डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया में अब तक 300 के करीब पारा शिक्षक ऐसे हैं, जो फर्जी पाए गए हैं।

कई ने तो एफआइआर होने के डर से प्रक्रिया में शामिल नहीं हुए हैं। शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार सही सर्टिफिकेट नहीं होने की वजह से शिक्षकों ने नौकरी छोड़ दी है। ऐसे शिक्षकों को अब मानदेय का भुगतान नहीं किया जाएगा।

जिन पारा शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच पूरी हो गई है और प्रशासनिक सह अनुशासनिक प्राधिकार द्वारा उनकी संतोषप्रद सेवा की संपुष्टि कर दी गई है, एक जनवरी के प्रभाव से उनके मानदेय में चार फीसदी की वार्षिक बढ़ोतरी की जाएगी। पारा शिक्षकों के मानदेय में चार फीसदी की वार्षिक बढ़ोतरी पहली बार होगी।

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