रांची। मांडर विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा ने एक बार फिर गंगोत्री कुजूर को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। वह पहले भी इस क्षेत्र से विधायक रह चुकी हैं। भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने उनके नाम की घोषणा कर दी है।
विधानसभा उपचुनाव को लेकर प्रदेश कार्यालय में शनिवार को प्रदेश भाजपा चुनाव समिति की बैठक हुई, जिसमें सभी पहलुओं को ध्यान रखते हुए अंतत: गंगोत्री कुजूर के नाम को सबसे आगे किया गया था। हालांकि बैठक में पूर्व आईपीएस डॉ. अरूण उरांव, रांची मेयर आशा लकड़ा के नाम भी दौड़ में शामिल है। चुनाव के उपरांत प्रदेश चुनाव समिति ने अपनी अनुशंसा भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति को नामों की सूची भेज दी है। अंतिम मुहर केंद्रीय चुनाव समिति ही लगाएगी।
इस संबंध में पार्टी ने आधिकारिक रूप से उनके नाम की घोषणा कर दी है। गंगोत्री कुजूर पहले इस विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।कुजूर वर्ष 2014 में बीजेपी के टिकट पर जीतकर झारखंड विधानसभा पहुंची थी। वर्ष 2019 में उन्हें मौका नहीं मिला था। पार्टी ने उनके बदले देव कुमार धान को टिकट दिया था।
उल्लेखनीय है कि बंधु तिर्की को आय से अधिक संपत्ति मामले में सजा मिलने के बाद से सदस्यता समाप्त हो गयी है। इसके बाद से विधानसभा का मांडर सीट रिक्त है। बंधु तिर्की इस सीट से तीन बार विधायक रहे हैं।तीनों बार अलग-अलग दल से चुनाव जीते हैं। सजायाफ्ता होने के कारण वे इस बार चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं। उनकी पुत्री शिल्पी नेहा तिर्की चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस ने इन्हें प्रत्याशी बनाया है। वे महागठबंधन की प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही हैं।