रांची : चिंतक और विचारक केएन गोविंदाचार्य के नेतृत्व में चल रहे राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन की बैठक शुक्रवार को रांची के कांके रोड़ स्थित भारत भूषण मित्त के आवास पर हुई। बैठक की अध्यक्षता झारखंड प्रवास पर आए राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बसवराज पाटिल ने की। पाटिल ने स्वाभिमान आंदोलन के झारखंड के पदाधिकारियों साथ संगठन के विस्तार को लेकर चर्चा की।
उन्होंने गंगा संवाद यात्रा की जानकारी दी। गोविंदाचार्य की अगुआई में गंगा संवाद यात्रा 11 अक्टूबर से चल रही है। यह यात्रा बुलंदशहर के नरौरा से शुरू होकर 30 नवंबर को कानपुर के बिठूर में संपन्न होगी। 28 नवंबर को भारत भूषण मित्त सहित झारखंड से दर्जनभर से अधिक लोग यात्रा में शामिल होने कानपुर जाएंगे।
बसवराज पाटिल ने कहा कि राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन काम देश के 24 प्रांतों में चल रहा है। दक्षिण भारत में रचनात्मक कामों पर फोकस अधिक है। इसी प्रकार का हमें रचनात्मक कामों का मॉडल खड़ा करना होगा। साथ ही जैविक खेती और स्वदेशी के लिए काम करने वाले अधिक से अधिक लोगों को राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन से जोड़ने की कोशिश की जाएगी।
बैठक में न्याय सुधार की दिशा में काम करने, नशा मुक्ति अभियान, स्थानीय स्वशासन प्रणाली को और अधिक मजबूत बनाने, प्रकृति केंद्रित विकास, जल, जंगल, जमीन का संरक्षण, पर्यावरण की रक्षा के साथ स्वदेशी, स्वरोजगार से स्वालंबन की दिशा में जनजागरण को लेकर झारखंड में अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। इसके लिए प्रत्येक जिले में राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन का संगठन खड़ा किया जाएगा। जनवरी 2023 में झारखंड प्रदेश का एक दिवसीय चिंतन बैठक आयोजित होगा, जिसमें स्वाभिमान आंदोलन के संस्थापक गोविंदाचार्य भी मौजूद रहेंगे।
बैठक में बसवराज पाटिल के अलावा राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के राष्ट्रीय मंत्री विलियम हांसदा, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री विनय भूषण, झारखंड प्रांत संयोजक भारत भूषण मित्तल, सह संयोजक अशोक कुमार महतो, जीवेश सोलंकी, प्रमोद शरण सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
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