रांची। प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों का आज से शहीद सप्ताह शुरू हो गया है। माओवादियों ने तीन अगस्त तक शहीद सप्ताह मनाने का एलान किया है। झारखंड में अपनी खोई ताकत को वापस पाने के लिए माओवादी शहीद सप्ताह के दौरान विध्वंसक घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं। इसे लेकर पुलिस मुख्यालय की ओर से पूरे राज्य में अलर्ट जारी किया गया है। खासकर नक्सल प्रभावित जिलों में पुलिस और केंद्रीय बलों को विशेष निगरानी बरतने को कहा गया है। नक्सल प्रभावित इलाकों में पहले से चल रहे अभियान को और तेज कर दिया गया है।

पुलिस मुख्यालय की तरफ से पत्र जारी कर सभी जिले के एसपी को नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर रखने की हिदायत दी गई है। नक्सलियों के लिए रेलवे हमेशा से सॉफ्ट टारगेट रहा है, यही वजह है कि पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद हो कर हर रेलवे स्टेशन पर आने जाने वालों पर पैनी निगाह रखे हुए है। नक्सल प्रभावित रेलवे स्टेशनों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। नक्सल प्रभावित जिलों में पड़ने वाले एनएच और रेलवे ट्रैक की भी निगरानी केंद्रीय बलों के द्वारा की जा रही है। साथ ही एक्सप्रेस ट्रेनों की सुरक्षा को लेकर पायलट ट्रेन चलाने का निर्देश भी दिया गया है। आरपीएफ को भी अलर्ट रहने को कहा गया है।

झारखंड पुलिस के प्रवक्ता सह आईजी अभियान अमोल होमकर ने गुरुवार को बताया कि नक्सलियों के शहीद सप्ताह को देखते हुए राज्य में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सभी नक्सल प्रभावित जिलों में माओवादियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। नक्सलियों के खिलाफ अभियान के दौरान सुरक्षाबलों को विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है। इसके अलावा हाईवे और रेलवे पटरियों पर विशेष निगरानी रखने का निर्देश भी दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि भाकपा माओवादी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए अपने साथियों की याद में हर साल शहीद सप्ताह मनाते हैं।

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