रांची। माओवादी पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में बुलाए गए तीन दिवसीय बंद को लेकर पुलिस अलर्ट है। मंगलवार को नक्सल प्रभावित इलाकों में हाईवे पर लगातार पुलिस पेट्रोलिंग कर रही है। सुरक्षा के मद्देनजर एक्सप्रेस ट्रेनों के आगे पायलट ट्रेन चलाए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार बंद को लेकर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अन्य दिनों की अपेक्षा बहुत कम वाहन चले। सुदूर क्षेत्रों में दुकानें और बाजार बंद रहे।

नक्सल प्रभावित इलाकों के कई सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। बस ओनर एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्ण मोहन सिंह ने बताया कि झारखंड के अन्य जिलों के लिए खुलने वाली बसें नहीं चली। दूसरे राज्यों में चलने वाली बसे भी अन्य दिनों की अपेक्षा कम चली। शादी विवाह को लेकर पहले से बुक किए गए टिकटों की वजह से लंबी दूरी के वाहन को भेजा जा रहा है।

बंद को लेकर रांची, रामगढ़, खूंटी ,सिमडेगा, लातेहार, हजारीबाग, पलामू सहित अन्य जिलों में किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।

आईजी अभियान एवी होमकर ने बताया कि नक्सलियों के बंद को लेकर पुलिस अलर्ट है। राज्य में अब तक किसी भी जिले से कोई भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। हाईवे और नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार निगरानी रखी जा रही है।

उल्लेखनीय है कि माओवादी पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत भूषण और उनकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में सीमांत रीजनल कमेटी के प्रवक्ता मानस में तीन दिवसीय बंद का ऐलान किया है। 23 से 25 नवंबर तक बिहार, झारखंड छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश में बंद का आह्वान किया गया है।

बंद के दौरान पानी ,दूध, दवा दुकान ,अस्पताल, एंबुलेंस और अग्निशमन सेवा को मुक्त रखा गया है।

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