दो संपन्न बेटों के रहने के बावजूद किराये पर रहे थे बुजुर्ग दंपती
रांची। झारखंड की राजधानी रांची में मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना को सामने आयी है। दो संपन्न बेटों के रहने के बावजूद किराये के एक छोटे से मकान में रह रहे पत्नी के साथ रह रहे 80वर्षीय बुर्जुग भगवान शर्मा की मौत हो गयी, जबकि मानसिक रूप से कमजोर उनकी पत्नी तीन दिनों तक पति के शव के बगल में ही सोयी रही। इस बीच मकान मालिक ने शव से दुर्गंध आने के बाद मृतक के परिजनों को खबर दी और अंत्येष्टि की प्रक्रिया शुरू हुई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दो बेटे के रहने के बावजूद बुजुर्ग दंपती पांच सालों से एक किराये के मकान में रह रहे थे, जबकि उनके पुत्र शहर के ही चार तल्ले बड़े से मकान में रहते है। बताया गया है कि 80वर्षीय भगवान शर्मा का एक पैर कटा हुआ था, पत्नी ही उनकी देखभाल करती है, लेकिन परिस्थितियों ने उनकी पत्नी को भी मानसिक रूप से कमजोर बना दिया।
वहीं आर्थिक रूप से धन-संपन्न दोनों बेटे कभी उनका हाल जानने नहीं आते थे, हालांकि मृतक का छोटा बेटा मकान का किराया और राशन खर्च आदि उठाता था। इसके अलावा कोई बुजुर्ग दंपत्ति का हाल चाल पूछने भी नही आता था, ना ही कोई फोन कॉल करता था। मकान मालिक ने बताया कि बुजुर्ग रिटायर थे और अपनी पत्नी के साथ किराए के मकान में पिछले 5 वर्षों से रहते थे।
मकान मालिक ने बताया कि मकान में दुर्गंध आने पर शुक्रवार सुबह वह कमरे के अंदर झांक कर देखा तो अंदर बुजुर्ग का शव पड़ा था, वहीं उनकी पत्नी शव के बगल में सोयी थी। मकान मालिक ने ही मृतक के छोटे पुत्र को खबर दी, जिसके बाद पुत्र व कुछ परिजन पहुंचे। सबसे दुःखद बात यह देखी गयी कि बुजुर्ग की मौत की बाद भी उनके पुत्रों ने पार्थिव शरीर को घर ले जाने की बजाय किराये के मकान से ही अंत्येष्टि की तैयारी शुरू कर दी। वहीं अपने पति की मौत के बाद बुजुर्ग महिला कहां रहेगी, उसे वृद्धाश्रम भेजा जाएगा या अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा अथवा पुत्र अपने साथ ले जाएंगे, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। फिलहाल रांची के हरमू मुक्तिधाम में बुजुर्ग की अंत्येष्टि की तैयारी चल रही है।