मेदिनीनगर।  असैनिक कार्य के लिए पूर्व में ही 10 प्रतिशत कम दर पर शिक्षकों को राशि निर्गत की गई थी। रॉयल्टी की राशि पहले ही काटकर दी गई थी। कई शिक्षकों ने कार्य आवंटित होने के बाद भवन निर्माण सामग्री क्रय करते समय रायल्टी का भुगतान कर दिया था। ऐसे में पुन: रायल्टी की राशि शिक्षक कैसे जमा करेंगे। रायल्टी के नाम पर कई शिक्षकों का वेतन बंद करना न्यायोचित नहीं है। उक्त बातें अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ पलामू जिला अध्यक्ष सुधीर कुमार दूबे ने पलामू के डीइओ उपेंद्र नारायण के साथ हुई बैठक में कही।

वह संघ के जिला कार्यकारिणी के सदस्यों के साथ पलामू डीइओ से वार्ता कर रहे थे। दूबे ने कहा कि हर हाल में शिक्षकों का बंद वेतन को शुरू किया जाए। डीइओ उपेंद्र नारायण के समक्ष संघ के पदाधिकारियों ने सोशल ऑडिट, असैनिक कार्य के कारण शिक्षकों का स्थगित वेतन व विभिन्न कारणों से शिक्षकों के बंद वेतन पर गहन चर्चा हुई। संघ के सदस्यों ने कहा कि बहुत सारे शिक्षक- शिक्षिकाएं सेवानिवृत्त हो चुके व होने वाले हैं। एनओसी नहीं मिलने के कारण सेवानिवृत्ति के पश्चात पावना की राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है। संघ के नेताओं ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में सेवानिवृत्त शिक्षकों के पावना भुगतान पर बेवजह रोक नहीं लगाई जाए।

बैठक में तय हुआ कि असैनिक कार्य में वसूल की जाने वाली रायल्टी की राशि की बाबत पलामू के उपायुक्त व झारखंड शिक्षा परियोजना के निर्देशानुसार निर्णय लिया जाएगा। दूबे ने बताया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी ने संघ के नेताओं को आश्वासन दिया कि बेवजह किसी भी शिक्षक का वेतन बंद नहीं किया जाएगा। शिक्षकों से अनावश्यक राशि की वसूली नहीं की जाएगी। निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके विद्यालय भवन का एमबी बुक त्वरित गति से कराया जाएगा। बैठक में संघ के महासचिव अमरेश कुमार सिंह, वरीय उपाध्यक्ष रामानुज प्रसाद, उपाध्यक्ष रामस्वरूप राम, नंद किशोर कुमार, संयुक्त सचिव मनोज द्विवेदी, संगठन मंत्री राजीव रंजन पांडेय,उप कोषाध्यक्ष आनंद मोहन सिंह, नागेंद्र प्रसाद ,हुसैनाबाद प्रखंड सचिव निर्मल कुमार,पाटन प्रखंड अध्यक्ष प्रियेश कुमार ,तरहसी प्रखंड अध्यक्ष वशिष्ठ प्रसाद,चैनपुर प्रखंड अध्यक्ष मो.माहताब अहसन समेत कई शिक्षकों शामिल थे।

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