रांची। लालपुर थाना क्षेत्र के पीस रोड स्थित कुमार गर्ल्स हॉस्टल के बाहर सोमवार को एक न्यूज चैनल के संवाददाता के साथ मारपीट और गाली गलौज करने का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में संवाददाता आकाश भार्गव ने थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है।

प्राथमिकी के अनुसार संवाददाता लालपुर स्थित कुमार गर्ल्स हॉस्टल में सामाचार संकलन करने के लिए गया था। उसके साथ सहकर्मी कैमरा पर्सन रिंकू हुसैन और वाहन चालक अमित कुमार पासवान हॉस्टल के बाहर खडे थे। इसी दौरान हॉस्टल की संचालिका शशि कला कुमारी अपने 20-22 सहयोगियों के साथ लाठी-डंडे से लैस होकर वहां पहुंची और उनका कैमरा छीनने का प्रयास करने लगी। कुछ देर की झड़प के बाद काफी संख्या में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर कैमरा , मोबाइल , सोने की चैन और पर्स आदि छीन लिया। इसके बाद तीनों के साथ मारपीट कर एक कमरे में बंद कर दिया। आकाश ने बताया कि उन सभी का इरादा उन तीनों की हत्या करने का था। इन सबके बीच संवाददाता ने अपने चालक के मोबाइल से अपने दफ्तर में फोन करा दिया था। फोन कराने के बाद संवाददाता के सहयोगी पीसीआर 7 के साथ वहां पहुंचे और पुलिसकर्मियों की मदद से उन्हें मुक्त कराया और उनका मोबाइल व कैमरा बरामद किया। लेकिन उनका चेन और पर्स उन्हें नहीं मिला। पर्स में कुल 1700 रुपये थे।

संवाददाता ने बताया कि यदि समय पर हमारे सहयोगी पीसीआर की टीम लेकर वहां नहीं पहुंचते तो निश्चित तौर पर उनकी हत्या कर शव को लापता कर दिया जाता। संवाददाता ने मारपीट का वीडियों फुटेज भी पुलिस को उपलब्ध कराया है।

उधर, कुमार गर्ल्स हॉस्टल की संचालिका शशिकला कुमारी ने न्यूज चैनल के मालिक अरुप चटर्जी के खिलाफ ब्लैकमेलिंग करने की प्राथमिकी लालपुर थाने में दर्ज कराई है। इसकी प्रतिलिपि एसएसपी रांची, सिटी एसपी रांची और सिटी डीएसपी रांची को भी भेजी गयी है।

प्राथमिकी के अनुसार शशिकला ने आरोप लगाया है कि 2 सितम्बर को न्यूज चैनल के मालिक अरुप चटर्जी का उनके पति के पास फोन आया था। अरुप चटर्जी ने उनके पति से कहा कि उनके खिलाफ विजिलेंस की जांच चल रही है क्या। पति ने कहा कि हां चल रही है। अरुप चटर्जी ने जांच हटाने के लिए 20 लाख रूपये की मांग की। अरूप ने कहा कि अगर रूपये नहीं दिया तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहिये।

इसके बाद सोमवार को न्यूज चैनल के तीन कर्मचारी आये और बिना इजाजत के उनके हॉस्टल की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करने लगे। शशिकला ने बताया कि फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी उस धमकी की एक कड़ी है। हॉस्टल में लड़कियां रहती हैं उनकी निजता को ध्यान रखते हुए फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के लिए मना किया गया। इसके बावजूद रिकार्ड करना जारी रखा गया।

इसी दौरान मुहल्ले के लोगों ने बीच–बचाव किया और उनका कैमरा, मोबाइल लेकर उन्हें दे दिया। बाद में उन्होंने कैमरा और मोबाइल पुलिस को सौंप दिया।

सिटी डीएसपी अमित कुमार सिंह ने बताया कि दोनों ओर से मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। आरोपितों के खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की जायेगी।

Show comments
Share.
Exit mobile version