खूँटी। निष्ठावान आनन्दमार्गी तीरथ नाथ गौंझू के निधन पर बेलवादाग में अनेक लोगों ने शोक व्यक्त करते हुए उन्हे श्रध्दांजली दी। लगभग 80 वर्षीय स्व गौंझू कोरोना से संक्रमित थे। जिन्हें खूँटी एमसीएच कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था| और इलाज के दौरान ही उक्त अस्पताल में ही 04 मई को प्रातः उन्होंने अंतिम सांसें ली।

स्व तीरथ नाथ गौंझू धार्मिक विचारधारा के व्यक्ति थे और अवकाश प्राप्त के पश्चात् अपना जीवन समाज के नाम समर्पित किया था। वह वर्ष 1966 से आनंद मार्ग से जुड़े रहे और उन्हे आनंद मार्ग के प्रमुख गुरू बाबा के समीप रहने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने आनंद मार्ग के प्रचार प्रसार में बहुत सक्रिय  भूमिका निभाते हुए कार्य किया। आनंदमार्ग का कार्य करते हुए ही सन् 1975 में जेपी आंदोलन कारी के एमरजेंसी के समय भी अपनी भूमिका निभाई।

उनकी दिवंगत आत्मा की शांति के लिए के लिए आज बेलवादाग में श्राद्ध- अनुष्ठान आनंद मार्ग विधि से आचार्य संपूर्णानंद अवधूत के द्वारा सम्पन्न हुआ। कोरोना के संक्रमण को देखते हुए सभा ना करते हुए शोक संवेदना व्यक्त किया गया। जिसमें उनके परिवार के सभी लोग सम्मिलित हुए।

मौके पर जनसंघी कार्यकर्ता सह वरिष्ठ अधिवक्ता शालीग्राम सिंह बड़ाईक, लुरका महतो, अरूण कश्यप, अनिल कुमार कश्यप, विष्णु साहु, प्रकाश महतो के अलावे अनेक लोग शामिल है।

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