काठमांडू। भारत के साथ विश्वभर में जन्माष्टमी की धूम है। इसी क्रम भारत से सटे नेपाल में भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। यहां ललितपुर के पतन दरबार स्क़ॉवायर स्थित कृष्ण मंदिर में भक्तों की भीड़ देखने को मिल रही है। लोग सुबह से ही भगवान कृष्ण के दर्शन-पूजन में लगे हैं। इस मौके पर नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी शर्मा ओली ने देशवासियों को कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दी हैं।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिवस पर मनाया जाता है। इन दिन भक्त भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना करते हैं। रात 12 बजे मंदिरों में कृष्णजी का जन्मोत्सव होता है। उन्हें 56 तरह का भोग लगाया जाता है। भगवान श्रीकृष्ण का श्रृंगार किया जाता है। भोग के लिए तुलसी मिलाकर पंचामृत और  नारियल, बीज, गोंद, मखाने की मिठाई के साथ धनिये की पंजीरी प्रसाद के रूप में बनाया जाता है। भक्त इस दिन उपवास भी रखते हैं। फलाहारी भोजन करते हैं जिसमें फल, दही, आलू आदि शामिल हैं। घरों और मंदिरों के बाहर झाकियां सजाई जाती हैं। बताते हैं कि श्री कृष्ण की पूजा करने से मनोकामना पूरी होती हैं।

ग्रंथों एवं पुराणों के अनुसार भगवान विष्णु ने धरती को पापियों से मुक्त कराने के लिए श्रीकृष्ण के रूप में अवतार लिया था। कृष्ण का जन्म भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मध्यरात्रि रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इसी लिए हर साल भाद्रपद की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को यह पर्व मनाया जाता है। इस साल यह पर्व दो दिन शुक्रवार 23 अगस्त और शनिवार 24 अगस्त को मनाया जा रहा है। इस दिन ‘ओम नमों भगवते वायुदेवाय नम:’ मंत्र का जाप किया जाता है।

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