Otawa : भारत और कनाडा के बीच चल रहा राजनयिक घमासान लगातार गहराता जा रहा है। अब कनाडा सरकार ने भारत से कुछ और राजनयिकों को वापस बुलाने की बात कही है। इसके पीछे सोशल मीडिया पर उन्हें मिल रही धमकियों को आधार बनाया गया है।
जून माह में अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की ओर से भारत पर आरोप लगाए जाने के बाद दोनों देशों के राजनयिक संबंधों में तनाव बढ़ गया है। पहले कनाडा ने एक भारतीय राजनयिक को बर्खास्त किया, फिर भारत ने एक कनाडाई राजनयिक को बर्खास्त करने के साथ पांच दिन के भीतर देश छोड़ने के आदेश दे दिए। इसके बाद कनाडा ने अपने नागरिकों को भारत के कुछ राज्यों की यात्रा करने से बचने की सलाह दी, तो इसके जवाब में भारत सरकार ने भी अपने नागरिकों को कनाडा की यात्रा से बचने की सलाह दे डाली।
साथ ही ऑनलाइन वीज़ा आवेदन केंद्र बीएलएस इंटरनेशनल ने गुरुवार को थोड़े समय के लिए भारतीय मिशन के कहने पर कनाडा से भारत का वीजा देने की सेवा को निलंबित कर दिया। हालांकि, बाद में इस संबंध में दिया गया नोटिस उसने अपनी वेबसाइट से हटा लिया। इसी बीच घटनाक्रम में खासा तनाव बढ़ने के बाद अब कनाडा सरकार ने कुछ राजनयिकों को भारत से वापस बुलाने की बात कही है।
कनाडा के अंतरराष्ट्रीय मामलों के प्रवक्ता जीन-पियरे गॉडबाउट ने कहा कि भारत में तैनात अपने कुछ राजनयिकों व कर्मचारियों को वापस बुलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा माहौल को देखते हुए कनाडा अपने राजनयिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कार्रवाई कर रहा है। कुछ राजनयिकों को सोशल मीडिया पर धमकियां मिलने के बाद कनाडा ने भारत में अपने कर्मचारियों की संख्या का आकलन करना शुरू किया है। उन्होंने बताया कि अत्यधिक सावधानी के कारण कनाडा ने भारत में अपने कर्मचारियों की उपस्थिति को अस्थायी रूप से समायोजित करने का निर्णय लिया है।
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