मुजफ्फराबाद। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के नागरिक पाकिस्तान को खुली चुनौती दे रहे हैं। ददयाल इलाके से पाकिस्तानी झंडों को हटाए जाने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे एक एक्टिविस्ट ने खुद पाकिस्तान का झंडा उतार दिया। हालांकि, इसके बाद पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों ने उनके साथ बदसलूकी की और लगातार धमकियां दे रहे हैं।

सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार तनवरी अहमद कई दिनों से भूख हड़ताल पर थे और उन्होंने पीओके अथॉरिटीज से मांग की थी कि इलाके से सभी पाकिस्तानी झंडों और चिह्नों को हटा लिया जाए। तनवीर रिहायशी इलाके में लगे झंडे को पोल पर चढ़कर उतार देते हैं। इसके बाद पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मी उन्हें घसीटकर वहां से ले जाते हैं। इसके बाद से तनवरी को लगातार धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने कहा है कि सुरक्षा एजेंसियों के लोग उनका पीछा कर रहे हैं।

20 अगस्त को तनवीर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, ”ददयाल प्रशासन ने विदेशी चिह्नों को हटाने के लिए 48 घंटे मांगे थे। लेकिन पाकिस्तानी एजेंसियों को बायपास करने की उनमें ताकत नहीं है।” सूत्रों के मुताबिक, तनवीर अहमद को जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। पीओके के लोग पाकिस्तान के अवैध कब्जे का जमकर विरोध कर रहे हैं। हालांकि, इसकी वजह से उन्हें पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों के जुल्मों का सामना करना पड़ता है।

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