वाशिंगटन। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इराक को चेतावनी दी है कि अगर उसने अमेरिकी सेनाओं को देश से निकालने की कार्रवाई की तो वह उसके खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लगा देंगे।
उल्लेखनीय है कि इराक की संसद ने रविवार को एक विशेष सत्र में ईरान के ले॰ जनरल कासिम सुलेमानी की अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे जाने के विरोध में अमेरिकी सेनाओं को देश से बाहर करने का प्रस्ताव पारित कर दिया। प्रस्ताव में कहा गया है कि ‘इराक़ सरकार ने चार वर्ष पूर्व इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों से मुकाबले के लिए वाशिंगटन से सेना भेजे जाने का जो प्रस्ताव प्रेषित किया था, आज वह उस प्रस्ताव संधि को यहीं खत्म किए जाने पर निर्णय लेती है। इराक सरकार का यह दायित्व है कि वह इराक़ी जमी, थल जल और वायु क्षेत्र में मौजूदा विदेशी सेनाओं को इस्तेमाल किए जाने पर गुरेज करती है।
स्पीकर मोहम्मद अल-हलबूसी ने सदन की कार्रवाई की सदारत की। सदन में मौजूद 180 सदस्यों ने बहुमत से प्रस्ताव पारित किया। इस मौके पर कुर्दिश और सुन्नी सांसदों ने भाग नहीं लिया, वे इस प्रस्ताव के विरोध में थे।
जानकारों का मत है कि संसद में पारित इस प्रस्ताव का यह अर्थ नहीं है कि अमेरिकी सेनाओं को इराक से तत्काल स्वदेश लौटना पड़ेगा। अमेरिकी सेनाएं चार साल पहले इस्लामिक स्टेट के बढ़ते आतंक के मद्देनज़र इराकी प्रधानमंत्री के निमंत्रण पर आई थीं। संसद के निर्णय से अमेरिकी सेनाओं को वापस नहीं भेजा जा सकता। यह प्रधानमंत्री के निर्णय पर निर्भर करेगा कि वह क्या फैसला लेते हैं।