कीव। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने ईरान से मांग की है कि वह इस घटना के पीछे जिम्मेदार दोषियों को कड़ी सजा और पीड़ितों को उचित मुआवजा दे।
जेलेंस्की ने सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर लिखा है, “हम उम्मीद करते हैं कि ईरान दोषियों को कोर्ट लेकर आएगा। साथ ही हम इस हादसे को लेकर मुआवजे की भी मांग करते हैं।” जेलेंस्की ने यह भी कहा कि जांच बिना किसी देरी और बिना किसी बाधा के साथ आगे बढ़ाई जाएगी। उन्होंने 45 यूक्रेनी विशेषज्ञों को मामले की जड़ तक जाने के लिए हर तरह की छूट दी है।
यूक्रेन ने कहा कि शुक्रवार को ईरान भेजे गए उनके विशेषज्ञों को फ्लाइट के ब्लैक बॉक्स, प्लेन से मलबा, क्रैश साइट, पायलट और एयरपोर्ट कंट्रोल टॉवर के बीच हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग तक पहुंचा दी गई थी।उल्लेखनीय है कि ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने माफी मांगते हुए कहा था कि इस विनाशकारी गलती पर उन्हें गहरा अफसोस है।
उल्लेखनीय है कि तेहरान ने शनिवार को कबूल कर लिया कि यूक्रेन का विमान गलती से ईरान की ओर से दागी गई मिसाइल का शिकार हो गया। इस घटना में विमान में सवार सभी 176 लोगों की मौत हो गई थी।
ईरान की आधिकारिक समाचार एजेंसी आईआरएनए ने सेना के एक बयान जारी कर कहा कि बोइंग 737 को एक “शत्रुतापूर्ण विमान” के रूप में समझा गया जब दुश्मन के खतरे उच्चतम स्तर पर थे। तेहरान ने संयुक्त राज्य अमेरिका, यूक्रेन, कनाडा और अन्य लोगों को दुर्घटना की जांच में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
उधर, ईरान की ओर से अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर किए गए हमलों के बाद उस पर कुछ नए प्रतिबंध लगाए हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन ने कहा कि नए प्रतिबंधों से मध्यपूर्व में ‘अस्थिरता’ फैलाने और मंगलवार को हुए मिसाइल हमलों में शामिल ईरानी अधिकारियों को इसका हरजाना भुगताना होगा।
न्यूचिन ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरानी टेक्सटाइल ,निर्माण, मैन्युफैक्चरिंग और खनन क्षेत्रों से जुड़े लोगों पर प्रतिबंध लगाने का शासकीय आदेश जारी किया है। ट्रंप ने इस्पात और लौह क्षेत्रों के खिलाफ भी अलग-अलग प्रतिबंध लगाये हैं।