बेगूसराय। केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अटल प्रयासों से पूरा विश्व एक साथ एक दिन एक समय में योग कर रहा है। पूरी दुनिया द्वारा अपनाया जाने वाला योग हमारे भारतीय प्राचीन संस्कृति की देन है। योग कला भारत के प्राचीन संस्कृति का अमूल्य उपहार है। यह सिर्फ व्यायाम नहीं, मन और शरीर की एकता, विचार, कार्य, संयम और प्रकृति के बीच सामंजस्य स्थापित करने का सरल माध्यम है, योग से स्वस्थ तन ही नहीं, बल्कि शांत मन पाया जा सकता है। इस वर्ष का थीम ”मानवता के लिए योग” है, अगर मानवता नहीं बचा तो दुनिया नहीं बचेगी, दुनिया में करोड़ों लोगों ने योग कर अपने स्वास्थ्य को ठीक रखा है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर हरिद्वार की हर की पैड़ी में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लाइव संबोधन सुनने के बाद कार्यक्रम में गिरिराज सिंह ने कहा कि योग हमारे भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। यह आध्यात्मिक अनुशासन एवं अत्यंत सूक्ष्म विज्ञान पर आधारित ज्ञान है जो शरीर और मन के बीच सामंजस्य स्थापित करता है। योग स्वस्थ जीवन की कला और विज्ञान है। पूरे विश्व ने योग की महत्ता को जाना है और इसे अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बना रहे हैं।

यह मानव जाति को एक श्रृंखला में बांधने का एक सुंदर प्रयास है। योग हमारी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। योग हमारे ऋषियों के द्वारा दी गई एक ऐसी पद्धति है, जो पुरे विश्व को आध्यात्मिक, शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बना सकती है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प की वजह से योग को फिर से पुरे विश्व में तेजी से अपनाया है, योग को अपनाकर खुद को स्वस्थ और सपन्न बनाएं। ऋषियों ने वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से मानव कल्याण के लिए योग पद्धति को सबको समर्पित किया और इस अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का थीम भी योग फॉर ह्यूमैनिटी है।

”मानवता के लिए योग” के थीम पर आज आठवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया जो पूरी दुनिया को एकजुट कर रहा है। सभी धर्म, रंग और जातियां भारत के इस विरासत को अपना रही हैं। योग स्वतंत्रता और आत्म-नियंत्रण के माध्यम से आत्मविश्वास से जुड़ा है। तनाव और विपरीत परिस्थितियों में योग आपकी ऊर्जा को सकारात्मकता की ओर ले जाता है। कोविड-19 महामारी की पराकाष्ठा के दौरान योग ने बीमारी की पीड़ा को कम करने में मानवजाति की सेवा की थी। इसके साथ ही कोविड के बाद उभरने वाले भू-राजनीतिक परिदृश्य को संभालने, करुणा, दया और एकता की भावना के बल पर लोगों को एक-दूसरे के करीब लाने तथा आपदा को सहन करने में पूरी दुनिया में लोगों की मदद की थी।

इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस आजादी के अमृत महोत्सव के साथ पड़ा तो देशभर के 75 प्रमुख स्थलों पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने की योजना बनाई गई। इस कदम से विश्वस्तर पर भारत को ब्रांड के रूप में पेश करने में सहायता मिलेगी। भारत सरकार ने वैश्विक मंच पर ब्रांड इंडिया को केन्द्र में रखकर ऐतिहासिक स्थलों पर मनाया। इसी कड़ी में अध्यात्म और पवित्र सांस्कृतिक धाम हर की पौड़ी हरिद्वार में अपने मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल होकर जन कल्याण, लोक कल्याण और जगत कल्याण की संकल्पना को मूर्त रूप देने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प का हिस्सा बना।

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