Chatra : चतरा में एक इंस्पेक्टर प्रभात कुमार और एक सब इंस्पेक्टर अभय कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है। भ्रष्टाचार के इल्जाम में चतरा पुलिस कप्तान विकास पांडेय ने यह कार्रवाई की है। इंस्पेक्टर प्रभात कुमार वशिष्ठनगर (जोरी) के थानेदार हैं। वहीं सब इंस्पेक्टर अभय कुमार भी उसी थाने में पोस्टेड हैं। इल्जाम है कि एक मामला दर्ज करने के एवज में दोनों अधिकारियों ने वादी से 30 हजार रुपये बतौर घूस डिमांड की थी। लेनदेन की बातचीत का ऑडिया वायरल हुआ था। वायरल ऑडियो SP तक भी पहुंचायी गयी थी। तफ्तीश करने के बाद पुलिस कप्तान विकास पांडेय ने थानेदार प्रभात कुमार और एसआई अभय कुमार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया।

चतरा के हंटरगंज थाना क्षेत्र के शेरपुर के रहने वाले शालीग्राम यादव ने SP को अपने बयान में बताया कि दो दिसंबर को बिहार के गया के रहने वाला उसके मौसेरा भाई लालू कुमार यादव ने फोन किया कि उसके चचेरे भाई का गाड़ी जोरी मोरैनवा मोड़ के पास पल्टी हो गया है। जोरी थाना के द्वारा गाड़ी नहीं उठाने दिया जा रहा है। जहां गाड़ी एक्सीडेंट किया है उसी थानान्तर्गत इनश्योरेंस कवर के लिए हमलोग को थाना में सनहा दर्ज कराना होता है।

इल्जाम है कि जब इनका भाई थाना में गया तो सनहा दर्ज करने के लिए SI अभय कुमार ने 30 हजार रुपये की डिमांड की। तब इनके भाई के द्वारा फोन से इनको बताया कि पैसा नहीं है और थाना से 30 रूपये मांगा जा रहा है। तब ये बोले कि थाना प्रभारी सर से जाकर बात कर लो, अगर नहीं छोड़ते है या सनहा दर्ज नहीं करते हैं तो हमें बताना। इस बीच थानेदार छुट्टी पर थे, सो SI अभय से ही बात हुयी। SI अभय कुमार बोले कि थानेदार से बात हो गयी है, 30 हजार रूपये से कम में काम नहीं होगा। एक शख्स से पैरवी कराने पर SI अभय कुमार ने कहा कि 20 हजार रुपये तो देने ही पड़ेंगे। अगर पैसा नहीं दिये तो गाड़ी पर FIR होगा।

शालीग्राम यादव ने आगे बताया कि हमलोग के पास पैसा नहीं रहने के कारण सभी लोग गाड़ी मालिक राजू कुमार के साथ चतरा SP के पास जाकर आवेदन दिये तथा आवेदन देकर वापस अपने घर चले गये। घर जाने के बाद देर शाम करीब 07 बजे गाड़ी मालिक राजू के पास फोन लगाये पूछे तो वो बोले कि हम गाड़ी के पास हैं। अभय सर हमको थाना पर बुलाये हैं। उसके करीब 30 मिनट बाद पुनः फोन कर पूछे कि SI अभय कुमार क्या बोले? तब गाड़ी मालिक राजू ने बताया कि 10 हजार रूपया नगद लेकर अभय कुमार सन्हा दर्ज कर पेपर दिये और बोले कि अपना गाड़ी उठवा कर ले जा सकते हैं। उसके बाद ये गाड़ी खाली करवा कर लेकर चले गये। सारी बातचीत की रिकॉर्डिंग का पेन ड्राईव SP को दे दिया गया।

SP विकास पांडेय ने बताया कि प्रथम दृष्टया वादियों के बयान एवं ऑडियो रिकॉर्डिंग के अवलोकन से यह प्रतीत होता है कि ऑडियो रिकॉर्डिंग में आवाज जोरी थाना में पोस्टेड SI भय कुमार की ही है और रुपये के बारे में बात हो रही है। यह कृत कर्त्तव्यहीनता, अनुशासनहीनता, स्वेच्छाचारिता, मनमानेपन, संदिग्ध आचरण एवं पुलिस की छवि को धूमिल करने का परिचायक है। प्रथम दृष्टया में जांच के बाद थानेदार और एसआई को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।

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