कोलकाता।  ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनी रहेंगी या उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना होगा, रविवार (3 अक्टूबर) को इसका फैसला हो जायेगा. जी हां. 3 अक्टूबर को ही प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों के लिए 30 सितंबर को हुए उपचुनाव का रिजल्ट आना है. नंदीग्राम विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के शुभेंदु अधिकारी से पराजित हो चुकीं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने इस बार भवानीपुर विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ा है. यहां महज 53.32 फीसदी वोटिंग हुई थी.

दक्षिण कोलकाता के भवानीपुर विधानसभा सीट पर ममता बनर्जी का मुकाबला बीजेपी की महिला प्रत्याशी प्रियंका टिबड़ेवाल और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के श्रीजीब बनर्जी से है. भवानीपुर के अलावा जिन दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराये गये थे, उनमें शमशेरगंज और जंगीपुर शामिल हैं. इन दोनों सीटों पर 30 सितंबर को क्रमश: 78.60 प्रतिशत और 76.12 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.

 

चुनाव आयोग ने कहा था कि तीनों विधानसभा सीटों पर शांतिपूर्ण उपचुनाव हुए, लेकिन बीजेपी ने सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर चुनाव में धांधली के आरोप लगाये. पूर्व राष्ट्रीय फुटबॉलर एवं बीजेपी के नेता कल्याण चौबे ने आरोप लगाया कि बाईक पर सवार होकर आये 8-10 तृणमूल समर्थकों ने उनकी कार पर हमला कर दिया. उनकी कार के शीशे को क्षतिग्रस्त कर दिया.

वहीं, भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र के अंदर मारपीट की भी खबर आयी थी. बूथ में तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच हुई मारपीट की रिपोर्ट मिलने पर पुलिस और सुरक्षा बल के जवानों को वहां भेजा गया. जवानों ने स्थिति को नियंत्रित किया. चुनाव आयोग ने मीडिया को बताया कि उपचुनाव के दौरान कुल 97 शिकायतें मिलीं. इनमें से 91 को अमान्य कर दिया गया. आयोग ने बताया कि कुल 97 में से 85 शिकायतें भवानीपुर उपचुनाव से संबंधित थीं.

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