New Delhi :  सुप्रीम कोर्ट ने यूट्यूबर रणवीर अलाहबादिया को अश्लील टिप्पणियों के मामले में सुनवाई के दौरान कड़ी फटकार लगाई। अदालत ने कहा कि उनकी टिप्पणियों की भाषा विकृत है और इससे समाज में शर्मिंदगी पैदा हुई है।

जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एन कोटेश्वर सिंह की बेंच ने अलाहबादिया को गिरफ्तारी से राहत तो दी, लेकिन केंद्र सरकार से कार्रवाई की मांग की। अलाहबादिया पर आरोप है कि उन्होंने ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो में अभिभावकों पर अश्लील कमेंट किए थे, जिसके चलते उनके खिलाफ कई FIR दर्ज की गई हैं।

अलाहबादिया ने कोर्ट में तीन मांगें रखीं: FIR की एक जगह सुनवाई, गिरफ्तारी से सुरक्षा, और धमकियों से बचाव। जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि यदि सरकार इस मामले में कुछ नहीं करती, तो अदालत खुद कदम उठाएगी।

अलाहबादिया ने अपने कमेंट को अनुचित मानते हुए माफी मांगी है और भविष्य में ऐसा न करने का आश्वासन दिया है।

केंद्र सरकार को चेतावनी

अदालत ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि यदि वह इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो अदालत खुद इस पर कदम उठाएगी। जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि ऐसे यू-ट्यूबर्स के मामलों की बढ़ती संख्या चिंताजनक है।

शो के खिलाफ कार्रवाई

‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो में की गई भद्दी टिप्पणियों के कारण देशभर में कई FIR दर्ज हुई हैं। इस शो के विवादित एपिसोड को यूट्यूब ने हटा दिया है, और महाराष्ट्र साइबर सेल ने शो के होस्ट समय रैना को समन भेजा है।

संसद की IT समिति की कार्रवाई

इस मामले में संसद की IT समिति भी कार्रवाई करने पर विचार कर रही है। सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस मुद्दे को उठाते हुए गाइडलाइन जारी करने की मांग की है।

अलाहबादिया ने कहा है कि वह भविष्य में अपने प्लेटफॉर्म का ऐसा उपयोग नहीं करेंगे और इस मामले में माफी मांगते हैं।

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