नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला वैसे तो सदन में हमेशा ही अनुशासन का ख्याल रखते हैं और सदस्यों को भी समान रूप से अनुशासित रहने के लिए टोकते रहते हैं। किंतु सोमवार को उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के रमेश बिधूड़ी के व्यवहार पर दोनों सदस्यों को तल्ख अंदाज में चेतावनी दे डाली। उन्होंने दोनों सदस्यों को चेतावनी देते हुए कहा कि ‘यदि सदस्यों ने सीट पर बैठे-बैठे टिप्पणी करना न छोड़ा तो उन्हें मजबूरन कार्रवाई करनी होगी।’

सोमवार को सदन में प्रश्नकाल की कार्यवाही के दौरान तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा पूरक प्रश्न पूछना चाहती थीं लेकिन वह अपनी सीट पर नहीं थीं इसलिए अध्यक्ष ने उन्हें अपनी निर्धारित सीट पर जाकर बैठने को कहा। मोइत्रा न अपनी सीट पर जाने की बजाय बैठे-बैठे ही बिरला को जवाब दिया कि उन्हें दोनों पक्षों के साथ समाव व्यवहार करना चाहिए और सत्तापक्ष के सदस्यों को भी इसी तरह की नसीहत देनी चाहिए।

तृणमूल कांग्रेस के सदस्य की बात सुनने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ने तल्ख अंदाज में कहा कि वे बैठे-बैठे टिप्पणी न करें अन्यथा उन्हें विवश होकर कार्रवाई करनी होगी। बिरला ने सदन में तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय से कहा कि वह अपनी पार्टी की सदस्य को उचित आचरण और मर्यादा बताएं अन्यथा वह कार्रवाई करने को मजबूर होंगे।

बंदोपाध्याय ने अध्यक्ष से आग्रह किया कि वह मोइत्रा पर अपनी कृपा बनाए रखें। उन्होंने कहा कि महुआ पहली बार चुनकर सदन में आई हैं और वह प्रतिभाशाली और बेहतर वक्ता भी हैं।

इसके कुछ देर बाद ही सदन में शून्यकाल की कार्यवाही शुरू हुई। इस दौरान भाजपा के रमेश बिधूड़ी अपनी सीट पर बैठे-बैठे ही कुछ टीका-टिप्पणी कर रह थे, जिस पर अध्यक्ष ने उन्हें भी चेतावनी देते हुए संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल से कहा कि वह अपनी पार्टी के सदस्य को मर्यादा में रहने की सलाह दें।

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