नई दिल्ली| कोविड-19 महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए भारत की मदद सभी देशों ने की है| ऐसे में अमेरिका ने मदद के लिए एक मीटिंग बुलाई जिसमें गृह और रक्षा के साथ-साथ कई मंत्रालयों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। और मीटिंग में भारत में ऑक्सिजन की कमी पर गंभीर चर्चा हुई और इसकी आपूर्ति का रास्ता निकालने पर विचार हुआ।

इसके बाद यह तय किया गया की अमेरिकी सेना जिन पोर्टेबल ऑक्सिजन जेनरेटर का इस्तेमाल करती है, उसे भारत को विमान से भेजी जाए|

लेकिन क्या आप जानते है की ये ऑक्सिजन जेनरेटर कैसे करता है काम? दरअसल, अमेरिकी सेना ने युद्धभूमि में तैनात अपने सैनिकों के लिए ऐसे हजारों जेनरेटर खरीदे हैं। इनका इस्तेमाल युद्धभूमि से अस्पताल तक पहुंचाते वक्त घायल सैनिकों को सांसें देने में भी होता है। बता दे की इन जेनरेटरों को कभी कच्चे माल की कमी नहीं होती है क्योंकि यह वायुमंडल की हवा से ऑक्सिजन निकालता है।

 

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