नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली नगर निगम की बैठक में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ। आम आदमी पार्टी और भाजपा पार्षदों के बीच तीखी झड़प हुई। इस दौरान पार्षदों के बीच जूते-चप्पल चले और हाथापाई हुई। सदन में आप पार्षद मोहिनी जीनवाल के हाथ में चप्पल और भाजपा पार्षद नीतू त्रिपाठी के हाथ में जूता देखा गया। महापौर ने नेता प्रतिपक्ष मनोज त्यागी और आप पार्षद मोहिनी जीनवाल को 15 दिन के लिए निलंबित कर दिया। इन दोनों पर सदन की कार्रवाई बाधित करने का आरोप है। बताया जा रहा है कि उत्तरी नगर निगम में कथित तौर पर 2500 करोड़ रुपये घोटाले को लेकर आप पार्षद हंगामा करने लगे। आप पार्षदों की मांग है कि महापौर इसकी जांच सीबीआइ से कराएं।
वहीं भाजपा पार्षद दिल्ली सरकार पर निगम कर्मचारियों की सेलरी के लिए पैसा रिलीज नहीं करने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। इस बीच दोनों पार्टियों के पार्षद आमने-सामने आ गए। बात हाथापाई तक पहुंच गई। वहीं, उत्तरी निगम की सदन की बैठक में कथित घोटाले को लेकर आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने पर्चे और पोस्टर लहराए। यहां पर सदन में हंगामा हुआ।
इससे पहले आम आदमी पार्टी (आप) के निगम पार्षदों और कार्यकर्ताओं ने रविवार को भाजपा शासित नगर निगमों के तीनों महापौरों के आवास का घेराव करते हुए प्रदर्शन किया। आप ने नगर निगम में हुए 2,500 करोड़ रुपये के कथित घोटाले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) से कराने की मांग की। आप कार्यकर्ताओं ने कहा कि महापौर बताएं कि घाटे में चल रहे उत्तरी नगर निगम के खातों से दक्षिणी नगर निगम से बकाया लिए जाने वाले 2,500 करोड़ रुपये की एंट्री अचानक कैसे गायब हो गई, जिसमें लिखा था कि दक्षिणी नगर निगम पर यह राशि बकाया है। बगैर पैसा मिले ही यह एंट्री कैसे हटा दी गई। आप कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह बड़ा घपला है।
पूर्व योजना के अनुसार तीनों महापौरों जयप्रकाश, निर्मल जैन और अनामिका सिंह के घर के बाहर आप कार्यकर्ता दोपहर एक बजे एकत्रित हुए और प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता हाथों में एमसीडी में 2,500 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार, 15 साल का हिसाब दो लिखी तख्तियां लेकर आए थे। उन्होंने भाजपा नेताओं और महापौरों के खिलाफ नारेबाजी की।