News Samvad : बकरे की मौत के गम में एक महिला ने अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि महिला मानसिक रूप बीमार थी। उसने फांसी के फंदे पर झूल अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। महिला के पति ने उसे बीते मंगलवार को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान रात में मेडिकल कॉलेज के बाहर सीओ ऑफिस के पास नीम के पेड़ पर दुपट्टे के फंदे पर उसकी लाश लटकती हालत में मिली। मौत की फैली खबर सुनते ही घरवालों में कोहराम मच गया। वे चीख-चित्कार करने लगे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
ठठिया थाना क्षेत्र के मवैया गांव निवासी प्रमोद की बीवी 35 साल की बेबी की डेड बॉडी मेडिकल कॉलेज के सामने सीओ ऑफिस के पास नीम के पेड़ में दुपट्टे के सहारे लटकती मिली। उसके पति प्रमोद ने बताया कि घर में एक बकरा था। कुछ दिन पहले बकरे की अचानक मौत हो गई थी। पत्नी उसकी देखरेख करती थी।
बकरे की मौत से वह सदमे में चली गई और मानसिक तनाव में रहने लगी। पीड़ित होने पर इलाज के लिए मंगलवार को ही मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था। देर रात को वह वार्ड में ही सो गई। रात में आंख खुलने पर देखा कि बेड पर पत्नी नहीं थी। आसपास खोजबीन की तो गार्ड ने बताया कि एक महिला रोड की तरफ गई है। जब वह मेडिकल कॉलेज के बाहर आया और छानबीन की तो सीओ ऑफिस के पास नीम के पेड़ पर शव को लटकता देख उसके होश उड़ गए।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा दिया। मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया।पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सात बच्चों के सिर से उठा ममता का आंचल
प्रमोद ने बताया कि उसकी शादी 12 साल पहले बेबी से हुई थी। शादी के बाद दोनों के सात बच्चे हुए। इनमें पांच बेटी व दो बेटे हैं। मां की मौत से यह सभी बच्चे गमगीन हैं। प्रमोद भी बच्चों की हालत देखकर बदहवास हुआ जा रहा है। घटना कन्नौज जिले के तिर्वा से उछल कर सामने आई है।