चाईबासा, 28 दिसम्बर ।
झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के पोड़ाहाट जंगल में सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए कच्ची सड़क पर बिछाये गये बारूदी सुरंग को समय रहते निष्क्रिय कर पुलिस ने माओवादियों के नापाक मंसूबे को विफल कर दिया है। बम निरोधक दस्ते की टीम ने सोमवार को जब इन सभी केन बम को सुरक्षित तरीके से जंगल में निष्क्रिय किया गया, तो पूरा इलाका दहल उठा। विस्फोट की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई पड़ी।
चक्रधरपुर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नाथू सिंह मीणा ने बताया कि गोइलकेरा थाना क्षेत्र के रेंगाड़बेड़ा से आराहासा जाने वाली कच्ची सड़क पर नक्सलियों ने एक के बार एक 22 केन बम को छिपाकर बारूदी सुरंग तैयार किया गया था। जंगल के कच्चे रास्ते में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा-माओवादियों द्वारा सीरिज में केन बम लगाये जाने की सूचना पर पश्चिमी सिंहभूम जिला पुलिस, सीआरपीएफ की 60 और 157वीं बटालियन और झारखंड जमुआर की बीडीडीएस टीम के जवानों द्वारा इलाके में संयुक्त रूप से सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इस सर्च अभियान के दौरान संयुक्त टीम के द्वारा एक के बाद एक लगाये 22 केन बम को डिटेक्ट किया गया। ये सभी लगभग 120 मीटर के एरिया को कवर करते हुए रेगाड़बेड़ा से आराहासा जाने वाले जंगल के कच्चे रास्ते में विभिन्न वजन के अलग-अलग 22 केन बम को कोडेक्स वायर से एक-दूसरे से कनेक्ट कर बिछाया गया था। सभी केन बम 8 से 10 किलोग्राम वजन के है। इस आईईडी केन बम को माओवादियों द्वारा सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से लगाया गया था। लेकिन अभियान के दौरान एसओपी के अनुरुप उच्चतम सतर्कता बरते हुए सुरक्षा बलों द्वारा सभी आईईडी केन बमों को चिह्नित कर लिया गया और बीडीडीएस टीम द्वारा सुरक्षित तरीके से जंगल में ही नष्ट कर दिया गया।
बताया गया है कि इस कच्ची सड़क का उपयोग ग्रामीणों द्वारा भी आवागमन के लिए किया जाता है, ऐसी स्थिति में ग्रामीणों को भी काफी नुकसान हो सकता था। इस संबंध में भारतीय दंड संहिता, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, यूएपी एक्ट और सीएलए एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत गोईलकेरा थाना में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की गयी।
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