रांची।
झारखंड में कांग्रेस के अंदर सबकुछ ठीकठाक नहीं चल रहा है। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय कुमार के बाद अब महिला कांग्रेस की अध्यक्ष गुंजन सिंह के खिलाफ नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है। महिला कांग्रेस से निष्कासित सदस्यों ने गुंजन सिंह के खिलाफ गंभीर आरोप लगाया है। प्रदेश महिला कांग्रेस की पूर्व महासचिव संगीता तिवारी ने पार्टी आलाकमान से संगठन की प्रदेश अध्यक्ष गुंजन सिंह और झारखंड की प्रभारी नेटा डिसूजा पर कार्रवाई करने की मांग की है। संगीता ने बुधवार को कहा कि एक ओर जहां पार्टी में कार्यकर्ताओं की कमी है और पार्टी वेंटिलेटर पर चल रही है। वहीं दूसरी ओर पार्टी से कर्मठ पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को निकाला जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि गुंजन सिंह महिला कांग्रेस की पदाधिकारियों के साथ बदसलूकी करती है। महिलाओं को बड़े लोगों के पास भेजने का काम करती है और जो इसका विरोध करता है, उन्हें केस में फंसाने और पार्टी से निष्कासित करने की धमकी देती हैं। उन्होंने कहा कि इस काम में झारखंड महिला कांग्रेस की प्रभारी नेटा डिसूजा का भी उन्हें सहयोग प्राप्त है। नेटा डिसूजा कभी भी किसी महिला पदाधिकारी का फोन नहीं उठाती हैं। संगीता ने कहा कि गुंजन सिंह जब फोन करती है कि फलाने पदाधिकारी हमारी बात नहीं मान रही है, जहां भेज रही हूं, नहीं जा रही है तब प्रभारी उस पदाधिकारी को फोन कर धमकाती हैं। नेटा कहती हैं कि आगे बढ़ना है, टिकट पर चुनाव लड़ना है, तो जैसा गुंजन सिंह कहती हैं वैसा करो। पैसा नहीं कमाओगी और बड़े नेताओं को खुश नहीं रखोगी, तो तुम्हें कौन टिकट दिलाएगा। संगीता के अनुसार गुंजन सिंह का आचरण शुरू से ही संदेहास्पद रहा है। उनके ऊपर बहुत ही गंभीर आरोप लगा हुआ है। इसके बावजूद उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाना महिला कांग्रेस के लिए शर्मनाक है।
संगीता ने कहा कि वह गरीब, दबे–कुचले और शोषण के खिलाफ आवाज उठाने के लिए राजनीति करती हैं। यदि किसी पदाधिकारी या कार्यकर्ता पर इस तरह की आफत आएगी तो वह चुप बैठने वाली नहीं हैं। इसके लिए चाहे पार्टी उन्हें रखें या निकाले। इस गंदगी से खुद निकल जाना उनके लिए बेहतर होगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों प्रियदर्शनी की कोऑर्डिनेटर हेमा मिंज, प्रदेश सचिव राखी कौर, रांची महानगर जिला अध्यक्ष विनीता पाठक सहित अन्य नेताओं को पार्टी से निष्काषित किया गया था।
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