मेदिनीनगर। जिले के बकोरिया में तीन वर्षीय बच्ची विनीता कुमारी की पटककर हत्या मामले में सीआरपीएफ और मनिका पुलिस पर बच्ची की मां बबीता देवी ने रविवार को एफआइआर दर्ज कराया है। घटना शुक्रवार रात की है। वारदात के दो दिनों बाद भी पुलिस यह साफ नहीं कर पायी है कि बच्ची की मौत किस वजह से हुई।
क्या कहते हैं थाना प्रभारी
सतबरवा के थाना प्रभारी रूपेश कुमार दुबे ने बताया कि विनोद सिंह की पत्नी बबीता देवी के आवेदन के आधार पर सर्च ऑपरेशन में शामिल मनिका पुलिस और सीआरपीएफ जवान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है। मृत बच्ची का पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट व परिजनों के बयान के आधार पर जांच की जा रही है। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। आखिर किन परिस्थितियों में बिना सतबरवा थाना को सूचना दिये बाहरी पुलिस गांव में घुसी।
उन्होंने कहा कि मृतका के पिता विनोद सिंह पर कोई आपराधिक मामला सतबरवा थाना में दर्ज नहीं है। बच्ची के शव का पोस्टमार्टम दंडाधिकारी की मौजूदगी में मेडिकल बोर्ड के द्वारा किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गहरे जख्म और चोट के निशान हैं।
पोस्टमार्टम के दौरान मेडिकल टीम ने पाया कि तीन साल की बच्ची के शरीर पर गंभीर चोट के निशान थे। बच्ची के सिर के आगे और पिछले हिस्से में गंभीर चोट थी, जबकि शरीर के पिछले हिस्से में काफी चोट है।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में संपर्क करने पर डीआइजी विपुल शुक्ला ने बताया कि मामले में जांच तेज की गयी है। पलामू के एसपी अजय लिंडा और डीएसपी शंभू सिंह घटनास्थल पर रविवार को भी जांच के लिए गये थे। दोनों वहां कैंप कर रहे हैं। शीघ्र ही पूरे मामले का खुलासा कर लिया जायेगा।
डीआइजी ने कहा कि बच्ची की मां बबीता देवी ने घर में घुसने का जो लोकेशन बताया है। उसमें काफी संदेह है। मनिका पुलिस बताकर सीआरपीएफ जवानों की ओर से दरवाजा खोलवाने का प्रयास करना और फिर दरवाजा नहीं खोले जाने पर वेंटिलेटर से घर में घुस जाना और फिर बच्ची को पटक कर हत्या कर देने का मामला संदेहास्पद प्रतीत होता है। डीआईजी ने बताया कि डीएसपी शंभू सिंह ने उन्हें बताया कि घटनास्थल का जायजा लिया। वहां देखा गया कि वेंटिलेटर का साइज काफी छोटा है। एक फीट बाइ डेढ़ फीट के खिड़कीनुमा वेंटिलेटर से किसी सीआरपीएफ जवान का घर के अंदर जाना संभव नहीं है। ऊपर से यह बताना कि जवान के पास बंदूक थीं, उसके पास फाइलें थीं, हास्यास्पद लगता है। पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है।