बड़कागांव। बड़कागांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मियों के द्वारा इन दिनों अपने कार्यों का निष्पादन इमानदारी पूर्वक किया जा रहा है। कोरोना की स्थिति चरम पर पहुंचने के बावजूद लोग भय के माहौल में भी ग्रामीणों की सेवा देने में रात दिन लगे हुए हैं। सेवा देने के दौरान 9 स्वास्थ्य कर्मी कोरोना से संक्रमित भी हूएं फिर भी लोग भयमुक्त होकर लोगों को सेवा देने में निरंतर लगे हुए हैं। कई स्वास्थ्य कर्मी ऐसे भी हैं जो आला अधिकारी का निर्देश प्राप्त होते ही अपनी जान जोखिम में डालकर गांव देहात में जाकर कोरोना की जांच के लिए लोगों की सैंपल ले रहे हैं और   वैक्सीनेशन कर रहे हैं। ताकि कोरोना जैसे महामारी से लोगों को बचाया जा सके।

इसमें मुख्य रूप से चंदन कुमार, बृजेश कुमार, मोहम्मद सहीम उर्फ पप्पू, राजीव कुमार, प्रभा बिलुंग, मोहम्मद नसरुद्दीन, सुधीर कुमार आजाद के द्वारा दी जा रही योगदान को कतई भुलाया नहीं जा सकता।

चंदन कुमार कहते हैं कि कोरोना जांच के लिए सैंपल लेने के दौरान काफी भय बना रहता है फिर भी हम लोग अपनी जान की परवाह किए बगैर लोगों की सेवा में लगे रहते हैं।

मोहम्मद सहीम उर्फ पप्पू ने कहा कि जांच के दौरान ऊपर वाले से हमेशा दुआ करता रहता हूं कि कोई कोरोना पॉजिटिव नहीं निकले। सुधीर कुमार आजाद ने कहा की विपरीत हालात में जो व्यक्ति लोगों की सेवा करता है ईश्वर  उसकी भी हमेशा सहयोग करता है हमें डरने की आवश्यकता नहीं है।

वही चिकित्सा पदाधिकारी डॉ बीएन प्रसाद ने कहा कि कोरोना काल में दिक्कत तो बहुत है परंतु हमें अपनी जिम्मेवारी को भी समझने की आवश्यकता है। सभी स्वास्थ्य कर्मियों को सख्त निर्देश दिया गया है कि कोई  लापरवाही नहीं बरतें। लोगों की सेवा में लगे रहे।

वही स्वास्थ्य विभाग के  वरिष्ठ पदाधिकारियों के द्वारा मॉनिटरिंग किया जा रहा है| रिपोर्ट संग्रह कर डब्ल्यूएचओ को रिपोर्ट भेजी जा रही है। इनके अलावा डॉ अविनाश कुमार, अधिकारी बीपीएम नवीन कुमार, आशीष कुमार वर्मा, अशोक कुमार, तरुण कुमार, संजय कुमार, नितेश रंजन, मनोज कुमार, मीना कुमारी, अजय गुप्ता, मुकेश कुमार के द्वारा भी कोरोना काल में सराहनीय योगदान दिया जा रहा है।

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