रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डॉ. एम. तौसीफ ने कहां है कि जपला सीमेंट फैक्ट्री की 150 एकड़ जमीन को राज्य सरकार एकवायर करे, सीमेंट फैक्ट्री की भूमि को कब्जा करने के लिए माफियाओं की नजर गड़ी हुई है माफिया पिछली सरकार के सिस्टम में अपना दबदबा बनाए हुए थे लेकिन सरकार बदल जाने के बाद अब वे कमजोर पड़ गए है पूर्व की रघुवर दास के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार जपला सीमेंट फैक्ट्री को बिकने से नहीं बचा पाई थी पटना हाईकोर्ट ने रघुवर सरकार को अपना पक्ष रखने के लिए कहा था लेकिन सरकार के उद्योग विभाग उस फैक्ट्री को बिकने से नहीं बचा सके
डॉ.तौसीफ ने कहा जपला सीमेंट कारखाने की भूमि को बैंक, फैक्ट्री के मालिक, तत्काल रघुवर सरकार और सरकार के अधिकारी और माफिया सब मिलजुल कर उस भूमि का बंदरबांट करना चाहते थे लेकिन झारखंड प्रदेश कांग्रेस ने उस समय भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन किया और आवाज को बुलंद किया था जिसकी वजह से माफिया और रघुवर सरकार उसके अधिकारी का गठजोड़ पस्त हो गया था
प्रदेश प्रवक्ता डॉ. तौसीफ ने कहां है कि सरकार आम जनता के हित को देखते हुए इस जमीन को एकवार करने के बाद उद्योगपतियों के माध्यम से उद्योग लगाने का प्रयास करें
पिछली बीजेपी रघुवर सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने माफिया और सरकार के गठजोड़ को उजागर किया था और तत्काल सरकार से बार-बार आग्रह किया था के जमीन को एकवार किया जाए और माफियाओं के चंगुल से इस जमीन को बचाया जाए बीजेपी सरकार ने नजरअंदाज किया जिसका नतीजा यह हुआ फैक्ट्री एस्क्रैप के दाम बिक गया और जमीन को भी हड़पने का ताना-बाना मिलजुल करके तैयार किया डॉ. तौसीफ ने कहा कि जिस की जमीन है वह लोग जमीन को फिर से सरकार के माध्यम से एग्रीमेंट करना चाहते हैं और सरकार जिसको चाहे अपनी सुविधा अनुसार उस भूमि पर जिस भी प्रकार का उद्योगपतियों के माध्यम से उद्योग लगाना चाहे लगा सकता है
उन्होंने कहा कि जपला सीमेंट फैक्ट्री मैं लगभग 5000 लोग काम करते थे जिससे 5000 घरों की फैमिली के साथ-साथ आसपास के बाजार में छोटे व्यापारियों के बीच में भी इस का चहल-पहल देखने को मिलता था इस भूमि पर उद्योग लगने से पलामू प्रमंडल में रोजगार का सुनहरा औसर प्राप्त होगा वहां के आम जनता, बेरोजगार नौजवान को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा.

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