रांची। राजधानी रांची के सैमफोर्ड अस्पताल में सड़क हादसे के शिकार एक व्यक्ति की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया। हंगामा कर रहे परिजनों ने मृतक का किडनी निकालने की भी आशंका जतायी गयी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हजारीबाग में सड़क हादसे के बाद सिर में लगने से एक व्यक्ति को परिजनों की ओर से रांची के सैमफोर्ड अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां परिजनों से निजी अस्पताल प्रबंधन ने तत्काल 70 हजार रुपये जमा करा लिये और शेष राशि जमा करने को लेकर बॉण्ड भरवा लिया। वहीं परिजन दूसरे दिन जब राशि लेकर पहुंचे, तो शनिवार को शाम को देखा कि इलाज जारी है। मरीज की खराब स्थिति को देखकर परिजन उसे दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने की कोशिश में लग गये, लेकिन रविवार सुबह परिजनों को सूचना दी गयी तो मरीज की मौत हो चुकी है। जिसके बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों का यह भी आरोप है कि मरीज की मौत काफी पहले ही हो चुकी थी, लेकिन पैसा वसूलने के मकसद से मरीज को आईसीयू व वेंटिलेटर पर रखा गया। जबकि सुबह में शरीर को सौंपा गया, तो शरीर से गंध आने लगी थी, इसका मतलब है कि मरीज की मौत पहले ही हो चुकी थी और सिर्फ बिल बनाने के लिए इलाज का ढोंग किया जा रहा था, अस्पताल प्रबंधन ने सिर्फ 36घंटे में ही 4.60लाख रुपये का बिल बना दिया। परिजनों का आरोप है कि सिर में चोट लगा, तो सिर में ऑपरेशन होना चाहिए था, लेकिन पेट में चीरा लगा है, परिजनों ने आशंका व्यक्त की कि मरीज के पेट से अवैध तरीके से किडनी निकाल ली गयी है। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को समझाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया।