यरुशलम। यरुशलम में गुरुवार को विश्व के कई बड़े नेता यहूदी नरसंहार के विरोध में हुई रैली में भाग लेने के लिए एकत्रित हुए।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स, वाइस प्रेसिडेंट माइक पेंस साथ ही जर्मनी, इटली और ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति उन 40 हस्तियों में शामिल थे जो वर्ल्ड होलोकास्ट फोरम में भाग लेने के लिए आए थे, जिसे ऑशविच डेथ कैम्प की 75वीं बरसी के मौके पर आयोजित किया गया था।

यह तीन घंटे लंबा कार्यक्रम यरूशलम के यह वाशेम होलोकास्ट मेमोरियल में हुआ। यह समारोह यहूदियों की याद में यहुदी विरोधी भावना से लड़ने से संबंधित था। यूरोपीय यहूदियों के नरसंहार की याद में रखा गया था। वहीं, पोलैंड के राष्ट्रपति ने इस समारोह का बहिष्कार किया।

इजराइल के इतिहास में यह अब तक का पहला सबसे बड़ा राजनीतिक समारोह था। जिसमें यूरोप के कई देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कई बड़े नेता, कनाडा, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के प्रतिनिधि शामिल हुए। इन बड़े नेताओं की सुरक्षा को लेकर बेन गुरियन एयरपोर्ट पर 10000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। इस समारोह के चलते बड़े राजमार्ग और शहर के मुख्य इलाके बंद कर दिए गए।

उल्लेखनीय, होलोकॉस्ट इतिहास का वो नरसंहार था, जिसमें छह साल में करीब 60 लाख यहूदियों की हत्या कर दी गई थी। इनमें 15 लाख सिर्फ बच्चे थे। कई यहूदी अपनी जान बचाकर देश छोड़कर भाग गए। कुछ कन्सनट्रेशन कैम्पों में क्रूरता के चलते तिल-तिल कर मरे।

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