नई दिल्ली। ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर दुनिया भर में टेंशन बढ़ गई है, विश्व स्वास्थ्य ने कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर पहले ही चेता दिया है, WHO ने इसे ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’ यानी चिंताजनक कहा है. दक्षिण अफ्रीका में मिले इस वैरिएंट के बाद पूरी दुनिया में एक बार फिर से प्रतिबंधों का नया दौर शुरू हो गया है.
यात्रा प्रतिबंध से लेकर बॉर्डर सील तक के प्रतिबंध इसमें शामिल हैं. वहीं इन सबके बीच सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या मौजूदा वैक्सीन ओमिक्रॉन वैरिएंट पर कारगर होंगे? ये सवाल इसलिए भी क्योंकि हांगकांग में दो लोगों में ओमिक्रॉन वैरिएंट मिला है, इन दोनों को ही फाइजर वैक्सीन लगा था. वैक्सीन निर्माता ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर क्या दावे कर रहे हैं, आइए आपको विस्तार से बताते हैं.
फाइजर वैक्सीन
अमेरिकी ड्रग कंपनी फाइजर के CEO Albert Bourla ने कहा फाइजर ने ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. इस बारे में उन्होंने सीएनबीसी से बातचीत करते हुए बताया कि उनकी कंपनी ने नए वैरिएंट के खिलाफ टेस्टिंग शुरू कर दी है. ताकि ये पता चल सके इस वैरिएंट के खिलाफ कारगर है भी नहीं. वहीं Albert Bourla ने इस बात की उम्मीद जताई कि फाइजर का एंटीवायरल पिल भी ओमिक्रॉन के खिलाफ कारगर होगा.
जॉनसन एंड जॉनसन
एस्ट्राजेनेका स्वीडन और ब्रिटेन की कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कहा कि वह ओमिक्रॉन वैरिएंट B.1.1.529 के असर को देख रहे हैं. कंपनी ने ये आशा जताई है कि उनके वैक्सीन में जो ड्रग है, वह इस वैरिएंट के खिलाफ कारगर रहेगा. कंपनी ने ये भी कहा कि वे इस समय AZD7442 एंटीबॉडी कॉम्बिनेशन का नया वैरिएंट पर टेस्ट कर रहे हैं. इसमें वायरस के खिलाफ दो शक्तिशाली एंटीबॉडी शामिल हैं
स्पूतनिक वी
रसियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) ने गामलेया सेंटर द्वारा बनाए गए स्पूतनिक वैक्सीन को ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ कारगर बताया है. हालांकि ये भी दावा किया है कि वह इस नए वैरिएंट के के लिए एक बूस्टर डोज भी बना रहे हैं. RDIF ने ये भी कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ स्पूतनिक वैक्सीन के नए वर्जन को बनाना शुरू कर दिया है. 45 दिनों के अंदर स्पूतनिक वैक्सीन का ओमिक्रॉन वर्जन बड़े स्तर पर लोगों के बीच आ जाएगा. ये भी दावा किया गया है कि 20 फरवरी 2022 तक 3 बिलियन यानी 300 करोड़ वैक्सीन की डोज बन जाएंगी.