रांची: चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता और रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाजरत राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को कोविड-19 संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए रिम्स के पेइंग वार्ड से निकालकर रिम्स के निदेशक के बंगले में बुधवार को शिफ्ट किया गया।
पिछले दिनों लालू यादव के तीन सेवदारों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जिला प्रशासन और रिम्स प्रबंधन ने उन्हें सुरक्षित स्थान पर भेजने के लिए निदेशक आवास को चिन्हित किया था। जहां सुरक्षा एवं साफ सफाई के व्यापक इंतजाम किए गए थे।
जिला प्रशासन की ओर से कड़ी सुरक्षा के बीच लालू यादव को रिम्स के पेइंग वार्ड से निकालकर एंबुलेंस से रिम्स परिसर में ही स्थित निदेशक आवास में शिफ्ट किया गया। वहीं, निदेशक बंगले के चारों तरफ सुरक्षा के चाक चौबंद व्यवस्था किया गया है। हर आने-जाने वाले पर विशेष नजर रखी जायेगी।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा को देखते हुए जेल प्रशासन ने लालू को दूसरे जगह पर शिफ्ट करने का निर्णय लिया था। यह निर्णय से पूर्व लालू के चिकित्सक उमेश प्रसाद ने दूसरे जगह शिफ्ट करने का सलाह दिया था। लालू को रिम्स निदेशक के आवास में सुरक्षित रखने का निर्णय लिया गया था।
सिटी एसपी सौरभ ने बीते शुक्रवार को रिम्स निदेशक के आवास का निरीक्षण किया था। सिटी एसपी ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से हर बिंदुओं को जांच किया था। सिटी एसपी सौरभ ने कहा था कि लालू यादव को शिफ्ट करने का निर्णय जेल प्रशासन का है। जिला पुलिस के जिम्मे सुरक्षा का भार होता है। जिसको देखते हुए रिम्स निदेशक के आवास का निरीक्षण किया गया ।
रिम्स के पूर्व निदेशक डॉ डीके सिंह के जाने के बाद से निदेशक का बंगला खाली है। वर्तमान मेेंं रिम्स की प्रभारी निर्देशक डॉ मंजू गाड़ी अपने पुराने आवास में रहती है। लालू की सेवा में लगे तीन संतरी पहले ही कोरोना पोजेटिव निकल चुके हैं। लालू जिस वार्ड में है वहां के कैंटीन कर्मी भी पोजेटिव निकल चुका है। लालू के तीन सेवादार पॉजिटिव मिले थे।इसके बाद लालू का टेस्ट किया गया था। लेकिन उनका रिपोर्ट नेगेटिव आया था।