गिरिडीह। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता रविवार को गिरिडीह पहुंचे। पत्रकारों से बातचीत में मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि पूरे राज्य में चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों की भारी कमी है। करीब 85 हज़ार से अधिक चिकित्सक और कर्मियों की बहाली होना जरूरी है। तभी स्वास्थ्य सुविधा को पटरी पर लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बहाली की दिशा में प्रयास चल रहा है। खुद मुख्यमंत्री इसके लिए प्रयासरत है। कोर्ट का अड़चन बताते हुए मंत्री ने कहा कि कोर्ट से जो समस्या है। वो दूर होते ही बहाली की प्रक्रिया सुरु होगी । क्योंकि पूर्व के सरकारों के वक़्त में जो हाल राज्य का हुआ। हेमंत सरकार को जनता की सरकार बताते हुए मंत्री ने ये भी कहा कि कोरोना काल में आईसीएआर के दिशा निर्देश के आधार पर कोरोना के शुरुआत के साथ ही प्रदेश में तुरनेट जांच में तेजी लाई गई थी। यही नहीं मुख्यमंत्री के निर्देष पर निजी लैब का चयन किया गया और कोरोना के जांच को गति दिया गया।
मंत्री ने बातचीत के क्रम में स्वीकारा की राज्य के कई नर्सिंग होम सिर्फ जनता को लूटने का काम कर रहे हैं। हेमंत सरकार लूटने की छूट नहीं दे सकती। मामला सामने आने के बाद वैसे नर्सिंग होम का निबंधन भी अब रद्द किया जाएगा। मंत्री ने यह भी स्वीकारा की आयुष्मान योजना का गलत लाभ वर्तमान में कई नर्सिंग होम ले रहे हैं। निश्चित तौर पर ऐसे नर्सिंग होम के खिलाफ कार्रवाई होगी।
रांची रिम्स के बेहतर करने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि रिम्स का हालात कुछ खराब जरूर है। लेकिन हालात सुधरने के लिए कोई खास वक़्त लगेगा। यह कहना सही नहीं होगा। बल्कि इस दिशा में लगातार प्रयास की जरूरत है। एक सवाल के जवाब में मंत्री ने दावा किया कि गिरिडीह सदर अस्पताल के आईसीयू यूनिट को स्टार्ट करने के लिए डीसी और सिविल सर्जन से बात हुई है। एक अन्य सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि बेरमो सीट के लिए जल्द ही कांग्रेस उम्मीदवार की घोषणा करेगा।
झारखंड में 85 हज़ार से अधिक चिकित्सक और पारा मेडिकल कर्मियों की जरूरत : बन्ना गुप्ता
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