गुजरात की सूरत पुलिस ने हत्या के एक ऐसे मामले का पर्दाफ़ाश किया है जिसकी कल्पना तो ख़ुद पुलिस ने भी नहीं की होगी. शहर के पांडेसरा थाना क्षेत्र में वर्ष 2015 में हुई एक शख़्स की हत्या का राज़ अब 2020 में जाकर खुला है. हत्या के बाद एक मकान की दीवार में चिने गए शव को पुलिस ने खोदकर बाहर निकाला है.
सूरत शहर के पांडेसरा थाना क्षेत्र की आशापुरी सोसायटी विभाग-3 में स्थित एक मकान में पुलिस के आला अधिकारी एफ़एसएल की टीम के साथ आ धमके थे. पुलिस को पुख़्ता ख़बर मिली थी कि इसी मकान के सीढ़ियों के नीचे वाले हिस्से में शिवम उर्फ़ किशन नाम के शख़्स की हत्या कर शव को दीवार में ही चिनवा दिया गया था.
पुलिस ने एफ़एसएल अधिकारियों की मौजूदगी में मज़दूरों को बुलाकर दीवार की खुदाई करवाई और उसके भीतर से कमरे में दफ़न किए गए शव को बाहर निकलवाया गया.
सूरत के एसीपी जय कुमार पंड्या ने बताया कि पुलिस को इस मकान की दीवार में चिनी गई लाश को निकलवाने में क़रीबन 6 से 7 घंटे की कड़ी मशक़्क़त करनी पड़ी थी.
पांडेसरा क्षेत्र में रहने वाला शिवम् उर्फ़ किशन चौहान वर्ष 2015 में गुम हुआ था जिसकी गुमशुदी की शिकायत भी उस वक़्त परिजनों ने थाने में भी दर्ज करवाई थी. लेकिन गुमशुदी के 5 साल बीत जाने के बाद दीवार में दफ़न की गई लाश बरामद हुई है. हालांकि पुलिस अभी इस मामले में ज्यादा कुछ नहीं बता रही है लेकिन शक की सुई मकान मालिक पर है.