पटना. विपक्ष के एकजुट रहने के दावे के बीच बिहार में महागठबंधन में गांठ पड़ती नजर आ रही है. ऐसा अलायंस के दो बड़े घटक राजद और कांग्रेस के बीच एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजियों से हो रहा है. दरअसल, राजद नेता शिवानंद तिवारी ने कांग्रेस की टॉप लीडरशिप पर निशाना साधा है. शिवानंद ने कहा कि चुनाव के वक्त राहुल गांधी पिकनिक मना रहे थे. अब उनके इसी बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया है और कहा है कि कांग्रेस, राजद नहीं है. वहीं, इस प्रकरण पर जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा है कि कांग्रेस और राजद में सब कुछ सही नहीं है. राहुल गांधी को एक गंभीर नेता के तौर पर आना चाहिए. जबकि राजद ने आधिकारिक रूप से इस शिवानंद तिवारी के बयान से पल्ला झाड़ लिया है.
कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा कि शिवानंद तिवारी बहुत सीनियर लीडर हैं. राहुल गांधी के ऊपर टिप्पणी करने से पहले उन्हें सोचना चाहिए. कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है, जब-जब मौका मिला है उनका समर्थन किया है. कांग्रेस, राजद नहीं है क्योंकि राजद एक क्षेत्रीय पार्टी है और उसके नेता बिहार तक ही सीमित हैं. राहुल गांधी ने कहा था कि जब भी जरूरत होगी वह बिहार आएंगे और उन्होंने ऐसा किया. वह राजद के नेताओं की तरह काम नहीं कर सकते.
शिवानंद तिवारी ने कहा था कि राहुल गांधी केवल 3 दिन के लिए बिहार में आए. प्रियंका गांधी तो आई ही नहीं। जिन लोगों को बिहार से सरोकार नहीं था, वो लोग यहां आए. यह सही नहीं है. जब चुनाव पूरे जोर-शोर से चल रहा था, तब राहुल गांधी शिमला में प्रियंका के घर पिकनिक मना रहे थे.
शिवानंद तिवारी ने आगे कहा, क्या कोई पार्टी ऐसे चलाई जाती है? जिस तरह से कांग्रेस को चलाया जा रहा है, उसके हिसाब से ये आरोप लग सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी से ज्यादा उम्रदराज हैं, लेकिन उन्होंने राहुल से ज्यादा रैलियां कीं. राहुल ने केवल 3 रैलियां क्यों कीं? ये दिखाता है कि कांग्रेस बिहार इलेक्शन को लेकर गंभीर नहीं थी. पहले ये खबर थी कि प्रियंका गांधी बिहार आएंगी, लेकिन ये भी नहीं हुआ.
तिवारी ने यह भी कहा था कि कांग्रेस ने विधानसभा सीटों को जीतने से ज्यादा केवल ज्यादा से ज्यादा सीटें लड़ने पर जोर देती है . जिस तरह से यूपी में कांग्रेस ने अखिलेश के साथ व्यवहार किया, महाराष्ट्र में वो राकांपा से ज्यादा सीटों पर कैसे लड़ी और उनसे कम सीटें जीती. उनका जोर ज्यादा सीटों पर लड़ने पर रहता है, पर वो ज्यादा संभावित सीटों पर जीतने में कामयाब नहीं हो पाते. कांग्रेस को इस बारे में सोचना चाहिए.
हालांकि शिवानंद तिवारी के बयान से आरजेडी ने पल्ला झाड़ लिया है और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा है कि शिवानंद तिवारी ने जो कुछ भी कहा है वह उनकी निजी राय हो सकती है. यह पार्टी का रुख नहीं है. किसी भी विश्लेषण के लिए एक उचित समय और स्थान होता है. हम जानने की कोशिश करेंगे कि हमारे पास सहयोग और तालमेल में कमी कहां है.