नाइजीरिया के आतंकवादी संगठन बोको हराम ने 2 हफ्ते पहले 110 लोगों का एक साथ सिर कलम कर पूरी दुनिया को दहला दिया था. नाइजीरिया से एक बार फिर ऐसी ही दिल दहलाने वाली खबर आई है. बोको हराम ने चिबोक इलाके में एक स्कूल पर धावा बोलकर वहां से 300 छात्रों को अगवा कर लिया है. इन छात्रों को क्यों अगवा किया है, बोको हराम ने इसका खुलासा अभी नहीं किया है. इस वारदात ने 6 साल पहले हुई उस वारदात को ताजा कर दिया है, जब बोको हराम ने एक स्कूल से 300 लड़कियों को उठा लिया था. इनमें बहुत सी लड़कियों का आज तक कोई सुराग नहीं मिला है.
14-15 अप्रैल, 2014
– नाइजीरिया के चिबोक से 276 स्कूली छात्राओं को अगवा किया गया.
– 100 से ज्यादा लड़कियों का अब तक कोई अता-पता नहीं है.
– इस अपहरण के पीछे बोको हराम का हाथ था.
4 जनवरी, 2018
– योब कस्बे से एक बार फिर 110 लड़कियों का अपहरण किया गया.
– अगवा की गई लड़कियों में से कईयों की अब तक कोई खबर नहीं.
– इस अपहरण कांड के पीछे भी बोको हराम का नाम आया.
11 दिसंबर 2020
– काटसिना सूबे के सरकारी स्कूल से 333 छात्रों का अपहरण कर लिया गया.
– ये खबर मिलते ही वहां हड़कंप मचा है. बच्चों के इंतजार में बेचैन हैं घरवाले.
– इस अपहरण कांड के पीछे भी बोको हराम ही है.
सवाल ये है कि आखिर साल दर साल बोको हराम ऐसा करता क्यों है? स्कूल जाने वाले मासूमों से आखिर बोको हराम की ऐसी क्या दुश्मनी है? अगवा करने के बाद स्कूली बच्चों के साथ क्या सलूक होता है? तो सच मानिए आज इतने साल भी नाईजीरिया की सरकार बोको हराम के आतंकियों के इसी दिमागी फितूर को समझने की कोशिश कर रही है.
असल में बोको हराम नाइजीरिया का वो बुजदिल और खौफनाक आतंकी संगठन है. जिसने नाईजीरिया से लेकर आस-पास के कई देशों में मजहब के नाम पर कोहराम मचा रखा है. बात-बात पर बेगुनाहों को अगवा करना, मजहब के नाम पर उन्हें दर्दनाक मौत देना, उसका पुराना शगल है. और कुछ इसी तरह स्कूलों से बच्चों को अगवा कर वो बस यही बताना चाहता है कि इस्लाम में पश्चिमी शिक्षा पूरी तरह से हराम है.
असल में बोको हराम का पूरा नाम है- जमात- ए-हलअस-सुन्ना लिद-दावा वल-जिहाद. जिसका अर्थ है ‘पैगंबर की शिक्षाओं और जिहाद के प्रसार के लिए प्रतिबद्ध लोग.’ लेकिन नाइजीरिया के उत्तर-पूर्वी शहर मैदुगुरी में इसे बोको हराम कहा जाता है. और बोको हराम का सीधा सा मतलब है, पश्चिमी शिक्षा हराम है. इस आतंकी संगठन ने अफ्रीका के सबसे घनी आबादी वाले देश नाइजीरिया में बम धमाकों, हत्याओं और अपहरणों से कोहराम मचाया हुआ है और ये यहां की सरकार को उखाड़कर इस्लामिक स्टेट की हुकूमत कायम करना चाहता है.
शुक्रवार को काटसिना के गवर्नमेंट साइंस सेकेंडरी स्कूल में धावा बोल कर बच्चों को अगवा करने के बाद बोको हराम के मुखिया अबू बकर शेकाऊ ने एक वॉयस मैसेज जारी कर इस अपहरण की जिम्मेदारी ली. बाइक पर सवार होकर बोको हराम के सैकड़ों हथियारबंद आतंकियों ने स्कूल पर हमला बोल दिया. और बच्चों को अपने साथ उठा ले गए. इस हमले से घबराए सैकड़ों बच्चों ने आस-पास के झाड़ियों में छुप कर अपनी जान बचाई और इसी वजह से अगवा किए बच्चों की सही-सही तादाद पर देर तक धुंध छाई रही, लेकिन बाद में स्टेट गवर्नर अमीनू बेल्लू मसारी ने अपह्रत छात्रों की तादाद कुल 333 बताई.
अपहरण की खबर मिलते ही घबराए अभिभावकों ने स्कूलों का रुख किया और सरकार से अपने बच्चों को छुड़ाने की मार्मिक अपील की. इत्तेफाक से बोको हराम ने काटसिनो में जिस स्कूल को अपना निशाना बनाया है, वो स्कूल देश के राष्ट्रपति के गृह क्षेत्र में आता है. मौके की नजाकत को देखते हए नाईजीरिया ने अपनी सेना को बच्चों को आतंकियों के कब्जे से छुड़ाने के लिए अभियान में उतार दिया है. लेकिन अब तक बच्चों को लेकर कोई पुख्ता खबर सामने नहीं आई है.
उधर, सूत्रों की मानें तो आतंकियों ने बच्चों को अगवा कर पास के जंगली इलाकों में छुपा रखा है. अब सवाल है कि स्कूली को बच्चों और खास कर लड़कियों को अगवा कर बोको हराम उनसे क्या करवाता है? खबरों की मानें तो बोको हराम अपने कब्जे में आए लोगों से मजदूरी करवाता है. लड़कों को हथियार थमा कर लड़ाका बना दिया जाता है, जबकि लड़कियों को उनकी बीवी और कई बार सेक्स स्लेव से लेकर फिदायीन हमलावर तक बनने के लिए मजबूर किया जाता है.
नाइजीरिया के पूर्वोत्तर में बोको हराम का दबदबा है. जहां चाड और नाइजर के साथ नाइजीरिया की सीमा लगती है. दूसरे देशों में हथियार सप्लाई करने के लिए भी अगवा की गई लड़कियों का आतंकी इस्तेमाल करते हैं. बोको हराम इस इलाके में ड्रग्स का कारोबार भी करता है. और इसके लिए भी अगवा किए गए स्कूली बच्चों और खास कर लड़कियों का इस्तेमाल किया जाता है.