रांची। झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा ने कहा कि आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाना और विधि व्यवस्था बनाए रखना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। डीजीपी शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय में पदभार ग्रहण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। पूर्व डीजीपी एमवी राव ने नीरज सिन्हा को पदभार सौंपा। डीजीपी नीरज सिन्हा ने कहा कि अपराध नियंत्रण, उग्रवाद पर हर हाल में लगाम लगाना है। इसके अलावा विधि व्यवस्था बनाए रखने, आम नागरिक से अच्छा व्यवहार करने, पुलिसकर्मी के कल्याण के लिए रहने और काम करने की स्थिती में सुधार करना है। पूरे टीम को एकजुट रखना और बेहतर काम करना है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि दागियों को बॉडीगार्ड के संबंध हाईकोर्ट से मिले निर्देश का अनुपालन होगा। अनुसंधान और अभियोजन और अच्छा हो इस विषय पर पहल की जाएगी। उन्होंने आतंकी नेटवर्क के सवाल पर कहा कि किसी भी कीमत पर देशद्रोही नहीं बख्शे जाएंगे। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि अपराध नियंत्रण, विधि व्यवस्था बनाए रखने और कानून का राज स्थापित करने के लिए लोग सहयोग करें। पुलिस जनता के सहयोग से बेहतर ढंग से काम करेगी। उन्होंने कहा कि कानून के अनुरूप और सरकार के प्राथमिकताओं के साथ वह काम करेंगे।
नीरज सिन्हा झारखंड के 14वे डीजीपी बने है। वह 1987 बैच के अधिकारी है। नीरज सिंहा को एक तेज तर्रार पुलिस अधिकारी के रूप में जाना जाता है। नीरज सिन्हा झारखंड के साहिबगंज जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने स्कूली शिक्षा साहिबगंज से ही प्राप्त की है। पटना साइंस कॉलेज से शिक्षा ग्रहण की। पोस्ट ग्रेजुएशन दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से की है।