लोहरदगा। भाकपा माओवादी के दक्षिणी कोयल क्षेत्र में 15 लाख के इनामी नक्सली माओवादियों का रिजनल कमांडर रविंद्र गंझू को तगड़ा झटका लगा है। पुलिस ने रविंद्र के दस्ते में शामिल हार्डकोर माओवादी बुद्धेश्वर उरांव को गिरफ्तार किया है। एसपी प्रियंका मीना को मिली गुप्त सूचना पर पुलिस की टीम ने गुमला जिले के पुसो थाना क्षेत्र के सुरसा गांव में बुद्धेश्वर उरांव के घर पर छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
बुद्धेश्वर उरांव से पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं। इसके बाद पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है। बुद्धेश्वर उरांव दो साल पहले ही जेल से बाहर आया था, इसके बाद वह फिर से माओवादी गतिविधि में शामिल हो गया था। बुद्धेश्वर उरांव माओवादी रिजनल कमांडर रविंद्र के दस्ते में रह रहा था। दो साल पहले बुद्धेश्वर उरांव नक्सली गतिविधि में शामिल रहने के कारण ही जेल गया था। इसके बाद वह जमानत पर बाहर आया था। लोहरदगा जिले के किस्को थाना पुलिस ने शुक्रवार को किस्को थाना में गिरफ्तार हार्डकोर माओवादी बुद्धेश्वर उरांव को मीडिया के समक्ष प्रस्तुत करते हुए बताया कि एसपी प्रियंका मीना को मिली गुप्त सूचना के आधार पर लोहरदगा जिले के किस्को थाना में विगत 24 नवंबर 2020 को दर्ज कांड संख्या 38/2019 में भादवि की धारा -147, 148, 149, 385, 327, 435, विस्फोटक अधिनियम की धारा 3/4 एवं शस्त्र अधिनियम की धारा 25(1-बी)ए, 26, 35, यूएपीए एक्ट की धारा 10/13 में नामजद आरोपित प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सक्रिय सदस्य बुद्धेश्वर उरांव को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
इस संबंध में नक्सली की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस निरीक्षक चंद्रमोहन हासंदा, किस्को थाना प्रभारी अभिनव कुमार, सहायक अवर निरीक्षक विपिन बिहारी कुंवर एवं सशस्त्र बल के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। नक्सली बुद्धेश्वर उरांव के खिलाफ भंडरा थाना, सिसई थाना, रनिया थाना सहित विभिन्न थाना में आधा दर्जन कांड दर्ज है। बुद्धेश्वर उरांव की गिरफ्तारी से रविंद्र को तगड़ा झटका लगा है।