बड़कागांव। प्रखंड में ओएनजीसी एवं प्रभा एनर्जी के द्वारा गैस निकालने को लेकर कई गांवों में दर्जनों बोरिंग किए गए। बता दें कि गैस निकालने के लिए बोरिंग में प्रयोग में लाखों लीटर पानी की जरुरी पड़ती है, जिसके कारण नलकूप, कुआं, नदी, चेक डैम एवं तालाब समेत अन्य पानी के स्रोत स्थल सूख गए हैं, जिसके कारण ग्रामीणों को भारी समस्या से जूझना पड़ रहा है ।हालात ऐसी उत्पन्न हो गई है कि मवेशी को भी पानी पीने के लिए अब जगह नहीं बची है। जहां पर मवेशी को ले जाकर पानी पिलाया जा सके। किसानों के पास गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है, जिसके कारण कंपनी के खिलाफ ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
चौपदार बलिया पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि खरांटी गांव के श्मशान घाट के पास सरकार के द्वारा एक चैक डैम बनाया गया है, जो कभी पानी नहीं सूखता था परंतु ओएनजीसी के प्रभा एनर्जी द्वारा पानी पंप से उठाया जा रहा है जिस कारण पानी सुख गई है। उक्त चैक डैम में ग्रामीणों का स्नान ध्यान के अलावा मवेशियों के लिए पानी पिलाने का विशेष स्रोत था। परंतु ओएनजीसी एवं प्रभा एनर्जी के ठेकेदारों के द्वारा पानी का उठाव के कारण चेक डैम सूख गया है। इसके अलावा डोकाटांड ,नापो, तलसवार ,कोयलंग, प्लांडू ,चंदौल, हरली आदि कई गांव में ओएनजीसी बोरिंग के प्रभाव से पानी सुख रंहा है वहीं नदी,नाला, तालाब,चैक डैम का पानी ठिकेदारों द्वारा सुखाया जा रहा है जिससे लोगों में आक्रोश है। कम्पनी से तालाब, नदी इत्यादी स्थानों में गहरी करण करने की मांग कि है।