हजारीबाग| विश्व को ‘जियो और जीने दो’ का संदेश देने वाले जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी जी का 2620 वी जन्म जयंती आज बड़े ही उमंग, उल्लास, सानंद के साथ मनाया गया। प्रातः 7:00 बजे दिगंबर जैन मंदिर बड़ा बाजार व प्रातः 7:30 बजे बाड़म बाजार दिगंबर जैन मंदिर में श्री 1008 देवाधिदेव भगवान महावीर का अभिषेक, शांतिधारा पूजा-पाठ पुजारियों के द्वारा किया गया। सभी भक्तगणो ने अपने-अपने घरों में रहकर सरकार के गाइडलाइन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए प्रातः 8:00 बजे अपने अपने घरों की बालकनी, छत व मुख्य द्वार पर थाल, घंटा, वाद्य यंत्र व जय जय कार के साथ हर्षोल्लास से यह दिवस मनाया| कोराना काल के कारण सभी लोगों ने टीवी, फेसबुक लाईव, वेबिनार के माध्यम से श्रीजी का अभिषेक,शांतिधारा व मुनि श्री के मंगल प्रवचन को सुना।
11 बजे समाज के पदाधिकारी गण ने शहर में प्रशासन के सहयोग से फल, बिस्किट, मास्क, कीट सामग्री असहाय लोगों में वितरण किया। साथ ही 24 घंटा ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मी, प्रशासन पदाधिकारी, डॉक्टर स्टाफ को चाय बिस्किट पानी का भी वितरण किया गया। दोनों दिगंबर जैन मंदिर को साज सज्जा, लाइट और रोशनी से सजाया गया। समाज के मीडिया प्रभारी विजय लुहाडीया ने बताया की सभी धर्म प्रेमी बंधु खुशी ने आनंद के साथ इस बार की जन्म जयंती ऐतहासीक तरीके से मनाया और कहा कि भगवान महावीर के संदेश आज के युग में बहुत ही उपयोगी है तथा जनकल्याण और शांति के लिए अति आवश्यक है। भगवान के जन्म जयंती को सभी ने करुणा दिवस के रुप में मनाया। समाज के अध्यक्ष व महामंत्री पवन अजमेरा ने कहा कि आज पूरे विश्व को भगवान महावीर के सिद्धांत अंहिसा, शाकाहार व संदेश जियो और जीने दो पर अमल करने की आवश्यकता है तभी इस बड़ी आपदा संकट को टाला जा सकता है