इचाक| समाजसेवी सह पूर्व बरकठा विधानसभा प्रत्याशी रामचन्द्र प्रसाद ने इचाक में ट्रूनेट लैब के लिए स्थानीय प्रशासन , मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को धन्यवाद दिया है। ज्ञात हो कि अब तक इचाक में कोरोना जाँच के बाद इसका परिणाम आने में 10-15 दिन का समय लगता था। ऐसे में कोरोना से ग्रसित मरीज़ आस पड़ोस में घूम घूमकर महामारी फैलाते रहते थे। प्रशासन ना ही अच्छे से लॉक्डाउन का पालन करवा रही थी ना ही कांटैक्ट ट्रेसिंग कर कोरोना मरीज़ों को अलग क्वॉरंटीन कर रही थी | इचाक ब्लॉक में आइसियू बेड तो भूल जाए यहाँ ना ही ऑक्सिजन बेड है और ना वेंटिलेटर बेड। ऐसे में मरीज़ जब कोरोना से ग्रसित हो जाते है और उसके बाद ऑक्सिजन की कमी होती है या फिर वो सीरीयस स्तिथि में चले जाते है तब वो हज़ारीबाग़ एवं राँची जाते है।
लेकिन इचाक के लोग जब राँची जाते है तब उनके साथ हज़ारीबाग़ एवं राँची के हॉस्पिटल सौतेला व्यवहार करते है। वहाँ उन्हें बेड नहीं मिलता है, अगर मिलता भी है तो उसका बिल इतना ज़्यादा होता है की गरीब एवं मध्यम वर्ग के लोग उतना वहन नहीं कर सकते है। इसलिए उनके परिवार उन्हें भगवान भरोसे छोड देते है। इसके बाद या फिर मरीज़ अपने आप ठीक हो जाते हैं या फिर उनकी अनवांछित मृत्यु हो जाती है। इन सभी समस्याओं को दूर करने का एक ही उपाय था कोरोना जाँच कर जल्द से जल्द कोरोना मरीज़ की पहचान करना और जो भी लोग कोरोना मरीज़ की सम्पर्क में आए है उन्हें क्वॉरंटीन करना।
पूरे इचाक में कोरोना पॉज़िटिव मरीज़ों की संख्या 481 से अधिक हो गयी है। इचाक के खुटरा गाँव एवं गोबरबंदा पंचायत में कोरोना मरीज़ों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इतने कम जनसंख्या वाले गाँव खुटरा में 12 लोग एवं गोबरबंदा पंचायत में 11 लोगों की मृत्यु से पूरे इचाक के लोग दहशत में है। लेकिन अब ट्रुनेट लैब के आ जाने से कोरोना जाँच का परिणाम जल्दी आएगा और सभी समस्याओं का समाधान होगा।