रांची। झारखंड में वाम मोर्चा 12 सीटों पर मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेगा। माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेस में कहा कि सीटों को चिन्हित कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी लोकसभा चुनाव के बाद स्थिति की समीक्षा कर चुकी है और अब विधानसभा चुनाव की तैयारियों में है। लोगों को एकजुट किया जा रहा है।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि राज्य में अगर विकास का काम इतना ही बढ़िया है तो सरकार पत्रकारों को 15-15 हजार रूपये देकर खबर क्यों लिखाने का प्रयास कर रही है। इससे पता चलता है कि राज्य सरकार के आत्मविश्वास में कमी है। योजनाएं कितनी भी चला लें अगर सफल नहीं हुईं तो ऐसे प्रयास किये जाते हैं। इस संबध में प्रेस काउंसिल को भी जांच करने के लिए पत्र लिखा गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार को इस बात का ध्यान नहीं है कि लोग बेरोजगार हो रहे हैं। कारखानें बंद हो रहे हैं।
सरकार को अपने प्रचार की पड़ी है। व्यापार जगत में असमंजस की स्थिति है। जमशेदपुर जाने पर जानकारी हुई कि लगभग 50 से 60 हजार मजदूर बेरोजगार हो गये हैं। लेकिन मुख्यमंत्री उनसे मिलने तक नहीं जाते। न ही कोई जवाब दे रहे हैं। करात ने कहा कि लोगों की भूख से मौत हो रही है। फूड कॉरपोरेशन की मानें तो लगभग साढ़े सात करोड़ टन अनाज गोदामों में सड़ रहे हैं। लेकिन सरकार इन अनाजों को सब्सिडी दर में गरीबों को नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि यूपीए की सरकार में दबाव देने के बाद सरकार ने सब्सिडी दरों में गरीबों और मजदूरों को अनाज दिया था। लेकिन इस सरकार की ओर से इस पर कोई पहल नहीं की जा रही है।
उन्होंने कहा कि संथाल परगना के पहाड़ी इलाकों में लोगों की हालत खराब है, लेकिन सरकार इन सब विषयों पर नहीं सोच रही है। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का लाभ नहीं मिला रहा। युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही। महंगाई बढ़ गयी है, लेकिन सरकार इन सवालों पर चुप है। राज्य की विपक्षी पार्टियों के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में करात ने कहा कि विपक्षी दलों में असंमजस है, तो वही जवाब देंगे। मौके पर राज्य सचिव गोपी कांत बक्सी, राज्य सचिव मंडल सदस्य प्रकाश विप्लव मौजूद थे।