रामगढ़। जिले के बरकाकाना पोचरा निवासी रेलवे कांट्रेक्टर अशोक पासवान की हत्या करने पहुंचे तीन शूटर जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं। मंगलवार को रामगढ़ पुलिस ने गंभीर रूप से घायल तीनों अपराधी अनीश सिंह, दीपक कुमार और संतोष राय को बेहतर इलाज के लिए रिम्स में भर्ती करा दिया है। लेकिन उनकी हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।
बरकाकाना ओपी प्रभारी उन तीनों पर पूरी नजर बनाए हुए हैं। हालांकि पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि रांची के बिट्टू सिंह के द्वारा अशोक पासवान से रंगदारी मांगी गई थी। इस मामले की पुष्टि पतरातू एसडीपीओ वीरेंद्र चौधरी ने की है। उन्होंने बताया कि जिस वक्त तीनों हथियारबंद अपराधी अशोक पासवान पर गोली चला कर भाग रहे थे, उसी दौरान बासल ओपी क्षेत्र में उनकी पल्सर बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बाइक की स्पीड इतनी अधिक थी कि तीनों ही व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों के सर पर गंभीर चोटें आई हैं। लेकिन उस अचेतावस्था में भी वे लोग रांची निवासी बिट्टू सिंह का नाम ले रहे थे। अब पुलिस टीम बिट्टू सिंह का पूरा प्रोफाइल खंगाल रही है।
रामगढ़ पुलिस को घायल तीनों शूटर के पास से मोबाइल भी मिला है। उस मोबाइल पर किए गए कॉल के आधार पर पुलिस अब अपराधी गिरोह के सरगना तक पहुंचना चाहती है। हालांकि अभी तक यह बात स्पष्ट नहीं हो पाई है कि उनका संबंध पांडे गिरोह या श्रीवास्तव गिरोह के साथ था।
रेलवे ठेकेदार अशोक पासवान हमेशा अपराधियों के निशाने पर रहे हैं। उन पर पहले भी हमले हो चुके हैं। इसी वजह से वह काफी सतर्क भी रहते हैं। सोमवार की रात भी जब वे अपने कार्यालय से निकले तो स्पीड की वजह से ही उनकी जान बच पाई। स्कॉर्पियो में सवार अशोक पासवान की नजर जैसे ही संदिग्ध लोगों पर पड़ी, उन्होंने अपनी गाड़ी तेज कर दी। शूटर भी काफी शातिर थे, लेकिन उनकी गोली सिर्फ 1 इंच के लिए चूक गई। अगर अशोक के गाड़ी की स्पीड कम होती तो गोली उनके गाड़ी के बॉडी पर लगने के बजाय सीधे उनके सर पर लगती।