रांची। झारखंड के 32,623 सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था मजबूत करने के कई उपाय किये जा रहे हैं. सरकार का लक्ष्य है कि सरकारी स्कूल प्राइवेट स्कूलों की बराबरी करे. शिक्षा में सुधार के लिए पारा शिक्षक,अभिभावकों, शिक्षकों व जनप्रतिनिधियों की इच्छा शक्ति को बढ़ाना होगा. इन लोगों का योगदान सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था मजबूत बनाने के लिए जरूरी होगा
झारखंड के 32,623 सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था मजबूत करने के कई उपाय किये जा रहे हैं. इसके लिए अध्ययन भी हो रहा है. स्थानीय स्तर पर ग्रामीणों, पंचायत प्रतिनिधियों, सांसद, विधायक, अभिभावक आदि सभी का सहयोग लेने का प्रयास होगा.
राज्य के 61 हजार पारा शिक्षकों का रहेगा बड़ा योगदान
शिक्षा मंत्री श्री महतो ने कहा कि राज्य के 61 हजार पारा शिक्षकों को बेहतर सुविधाएं मिलेगी. राज्य की शिक्षा को उच्च स्तर पर ले जाने के लिए सरकारी शिक्षकों के साथ-साथ पारा शिक्षकों का बड़ा योगदान है। साथ ही सीएम हेमंत सोरेन खुद इसके लिए कार्य कर रहे हैं ताकि पारा शिक्षकों को आगे और परेशानियों का सामना ना करना पड़े।
आज मेरी सरकार है, तो मेरा दायित्व है कि इन्हें बेहतर से बेहतर सुविधाएं मिले. पारा शिक्षकों के कल्याण कोष, स्थायीकरण, वेतनमान पर आज भी सरकारी स्तर पर विचार चल रहा है. जल्द इस पर निर्णय सरकार करेगी.
अन्य विभागों पर भी हो रहा काम
- झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन व अन्य कैबिनेट के साथी मंत्री इस कोरोना काल में बेहतर कार्य कर रहे हैं.
- केवल शिक्षा ही नहीं, बल्कि सभी विभागों में ऐसे कार्य हो रहे हैं, जिनसे जनता को सीधा लाभ मिल रहा है.
- सरकार के कृषि ऋण माफी, बिजली बिल ब्याज माफी योजना का लाभ सीधे ग्रामीण ले रहे हैं.
- इसके अलावा हर एक पंचायत में विधायक द्वारा अनुशंसित 5-5 चापाकल लगाये जा रहे हैं.पिछली सरकार में यह बंद था.
- सभी विधानसभा क्षेत्र में 20-20 किमी नये रोड़ तथा एक-एक पुल की अनुशंसा अब विधायक कर सकेंगे.
- एक-एक विधानसभा में 20 किमी रोड व एक पुल बनेगा. किसानों को समय पर बीज का वितरण किया गया.