खूँटी (स्वदेश टुडे)। आज उपायुक्त की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में विभिन्न विभागों यथा कृषि, मत्स्य, उद्यान एवं पशुपालन की समीक्षा की गई। उपायुक्त ने पीएम किसान योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले के सभी निबंधित किसानों को केसीसी से आच्छादित करना सुनिश्चित करें।
इसी क्रम में उपायुक्त द्वारा जिले के शत-प्रतिशत योग्य किसानों को केसीसी से लाभान्वित करने को लेकर सभी अंचल अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि प्रशासन और आमजनों के बीच बेहतर सम्पर्क और सम्बन्ध स्थापित करने हेतु आवश्यक है कि सरकार की योजनाएं गांव-गांव तक पहुंचे। उपायुक्त द्वारा निर्देशित किया गया है कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) के तहत जिले के सभी पात्र लाभुकों को किसान क्रेडिट कार्ड से शत-प्रतिशत आच्छादित करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को संवेदनशील होकर हर स्तर पर प्रयास करते हुए अधिक से अधिक लाभुकों को केसीसी सहित अन्य योजनाओं से जोड़कर उन्हें अच्छादित किया जाना चाहिए। लक्ष्य निर्धारित कर निर्धारित समय सीमा में कार्य करें। उन्होंने निर्देश दिए कि KCC से कृषकों को लाभान्वित करने हेतु प्रत्येक टोलों में विशेष शिविर लगाए जाय। साथ ही उन्होंने प्रखण्ड स्तर पर इससे संबंधित बैठक आयोजित करते हुए सुचारू रूप दे कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पीएम किसान योजना में निबंधित किसानों की संख्या बढ़ाये।
सभी योग्य आवेदकों के आवेदन का निष्पादन जल्द से जल्द किया जाए। इसमें सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी/प्रखंड तकनीकी प्रबंधक/सहायक तकनीकी प्रबंधक/जनसेवक एवं किसान मित्र के माध्यम से योजना का लाभ कृषकों को पहुंचाने हेतु सक्रिय भूमिका निभाना आवश्यक है।
बैठक के दौरान फल, फूल, सब्जी, मत्स्य, उन्नत बीज, मिट्टी की उर्वरा क्षमता के साथ कृषि, बागवानी, मत्स्य, पशुपालन व उद्यान विभाग से जुड़े विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी व इन योजनाओं के लाभ के सम्बंध में चर्चा की गई।
उन्होंने कहा कि कृषि, उद्यान, मत्स्य के क्षेत्र में सभी को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाया जा सके। जिले में कृषि की अपार संभावनाएँ हैं और ऐसे में यदि प्रशासन के अधिकारी सरकार द्वारा चलायी जा रही कृषि योजनाओं को उचित रूप से धरातल पर उतार पायें तो हमारे किसान सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे।
इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि किसानों की स्थिति को और भी सुदृढ़ करने हेतु फूल, फलदार वृक्ष के साथ-साथ मशरूम की खेती पर भी विशेष ध्यान देते हुए किसानों के आय के स्त्रोत में वृद्धि लायी जा सके।
मत्स्य व पशुपालन विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा
बैठक के दौरान उपायुक्त द्वारा मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना की सामीक्षा की गई। इस दौरान बताया गया कि बकरा विकास योजना, सुकर विकास योजना, बैकयार्ड लेयर कुक्कड़ पालन योजना, ब्रायलर कुक्कड़ पालन योजना एवं बत्तख चुजा वितरण योजना शामिल हैं। मौके पर उपायुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि पारदर्शिता के साथ एवं सुचारू रूप से मुख्यमंत्री पशुधन योजना का क्रियान्वयन सुनिश्चित करें तथा योग्य लाभुकों को लाभान्वित करें। इसके साथ ही उपायुक्त द्वारा मत्स्य विभाग द्वारा संचालित मत्स्य विपणन योजना, तालाब निर्माण व अन्य योजनाओं के तहत लक्ष्य प्राप्ति की समीक्षा की गई। उपायुक्त द्वारा बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को निर्देश दिये गए कि ग्रामीण क्षेत्रों के इच्छुक व्यक्तियों को इन कार्यो से जोड़े एवं उन्हें लाभान्वित करें। साथ ही केज कल्चर को बढ़ावा दिया जाय।
इसके अलावे मछली उत्पादन के विषय में निर्देशित किया कि वृहद स्तर पर उत्पादन करने की क्षमता को बढ़ाना है। ऐसे में सामुहिक प्रयास से आगे आने वाले दिनों में इस क्षेत्र में बेहतर परिणाम देखने को मिल सकता है। उपायुक्त द्वारा आगे जानकारी दी गयी कि पौधों के वृद्धि एवं बेहतर संवर्धन हेतु जैविक खाद उपयोगी है। इसलिए हम सभी को चाहिए कि हम जैविक खाद के उपयोग को बढ़ावा दें।
बैठक में उपायुक्त द्वारा धान अधिप्राप्ति योजना की प्रगति की समीक्षा की गई तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिए। इस दौरान धान अधिप्राप्ति के सफल कार्यान्वयन को लेकर सभी संबंधित अधिकारियों एवं लैम्प्स को सक्रिय करने के आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि प्रत्येक प्रखण्ड में दो-दो लैम्प्स को सक्रिय किया जाय।
साथ ही जिला प्रशासन द्वारा किसानों के लिए समय-समय पर कार्यशाला का आयोजन कर आधुनिक व जैविक खेती के अधिक से अधिक उपयोग के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जाना चाहिए।