कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच उत्तर बंगाल में बच्चों की मौत अज्ञात बुखार से होने लगी है। खास बात यह है कि इसके लक्षण बहुत हद तक कोरोना से मिलते जुलते हैं इसलिए स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ने लगी हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया है कि उत्तर बंगाल में अब तक ऐसे बुखार से पीड़ित चार बच्चों की मौत हो चुकी है जबकि 50 बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है। पांच सौ से अधिक बच्चे ऐसे लक्षणों से पीड़ित होकर अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। इसकी वजह से डर का माहौल बना हुआ है।
राज्य स्वास्थ्य विभाग ने इसका संज्ञान लेते हुए जांच के लिए आठ सदस्यीय कमेटी का भी गठन किया गया है। आज बुधवार को इस संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक भी होनी है। सर्विस डॉक्टर फोरम के कोषाध्यक्ष डॉक्टर स्वपन विश्वास ने बताया कि बुखार के कारणों के बारे में विस्तृत जांच करने की जरूरत है। सबसे अधिक जलपाईगुड़ी जिले में बच्चे इस बुखार से पीड़ित है। पिछले एक पखवाड़े से रोज ही 50 से 60 बच्चों को अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है। बुखार, पेट दर्द और सांस लेने में तकलीफ हो रही है। इतना लंबा वक्त बीत जाने के बावजूद इस बुखार के कारणों के बारे में अभी तक पता नहीं चल सका है। उत्तर बंगाल के चिकित्सा प्रभारी ओएसडी अधिकारी सुशांत रॉय ने चार बच्चों की मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि वायरल फीवर के जैसे लक्षण हैं।
इधर राज्य के मुख्य सचिव ने इस मामले में आपातकालीन बैठक बुलाई है जिसमें सभी जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों और जिलाधिकारियों को शामिल होने को कहा गया है।