हरियाणा। सोनीपत के गन्नौर स्थित जीवानंद स्कूल की छत गिरने से गुरुवार को बड़ा हादसा हुआ है. इसमें करीब 25 छात्र-छात्राओं को गंभीर चोटें आई हैं और छत पर काम कर रहे तीन मजदूर भी गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसे के बाद घायल अवस्था में सभी छात्र-छात्राओं को सामुदायिक अस्पताल ले जाया गया, जहां पर प्राथमिक उपचार करने के बाद कई छात्र-छात्राओं को तो छुट्टी दे दी गई. हालांकि, गंभीर रूप से घायल कई छात्रों को खानपुर पीजीआई रेफर कर दिया गया है. हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और हादसे की जांच में जुट गई.
दरअसल, सोनीपत के गन्नौर स्थित जीवानंद स्कूल की छत बारिश के चलते जर्जर हो गई थी. इसका निर्माण भी शुरू करवाया गया था, लापरवाही की वजह से स्कूल प्रबंधन ने इसके बावजूद छात्र छात्राओं को क्लास में पढ़ने के लिए बिठा दिया. लेकिन आज छत अचानक से ढह गई, जिसमें करीब 25 से 30 छात्र छात्राओं को गंभीर चोटें आई और छत का निर्माण कार्य कर रहे तीन मजदूर भी गंभीर रूप से घायल हो गए है. हालांकि इस हादसे की जानकारी मिलने के बाद गन्नौर एसडीएम सुरेंद्र दून और पुलिस मौके पर पहुंची और सभी छात्र छात्राओं को इलाज के लिए सामुदायिक अस्पताल ले जाया गया, जहां पर कई छात्र-छात्राओं को इलाज के लिए निजी अस्पताल रेफर कर दिया गया. जबकि, गंभीर रूप से घायल-छात्रों को खानपुर पीजीआई रेफर किया गया है.
इस पूरे हादसे की जानकारी देते हुए गन्नौर एसडीएम सुरेंद्र दून ने बताया कि बारिश के चलते जीवन स्कूल की छत जर्जर हो चुकी थी. बच्चे क्लास रूम में बैठे थे और छत गिर गई, जिसमें करीब 25 से 30 बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए हैं और तीन मजदूरों को चोटे आई है. इस पूरे हादसे की प्रशासनिक जांच करवाई जाएगी आखिरकार लापरवाही किसकी है और स्कूल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
गनीमत रही कि इस हादसे में किसी भी छात्र-छात्रा की जान नहीं गई. हालांकि, जिला प्रशासन इस पूरे हादसे की प्रशासनिक जांच करवाने की बात कह रहा है, और प्रशासन की जांच में क्या निकल कर सामने आता है यह देखना लाजमी होगा. स्कूल प्रबंधन पर जिला प्रशासन क्या कार्रवाई करता है यह सभी के मन में सवाल उठ रहा है.