खूंटी। पश्चिमी सिंहभूम जिले के गुदड़ी और रनिया थाना के सीमावर्ती इलाके में सोमवार को प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआइ के नक्सलियों और पुलिस के बीच जमकर मुठभेड़ हुई। हालांकि, मुठभेड़ में पीएलएफआ सुप्रीमो दिनेश गोप, मार्टिन केरकेट्टा, तिलकेश्वर गोप, अवधेश जायसवाल सहित अन्य नक्सली भागने में सफल रहे। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने घटनास्थल से एक लोडेड कारबाइन, 55 कारतूस के साथ कई सामान बरामद की है।
मुठभेड़ में पुलिस की ओर से लगभग 50 राउंड और उग्रवादियों की ओर से लगभग 75 राउंड फायरिंग की गयी। सोमवार की शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि पीएलएफआइ के सुप्रीमो दिनेश गोप और अन्य वांछित उग्रवादी खूंटी के रनिया और पश्चिमी सिंहभूम जिले गुदड़ी थाना क्षेत्र में सक्रिय हैं। सूचना के सत्यापन के बाद एएसपी अभियान और तोरपा के एसडीपीओ के नेतृत्व में खूंटी और पश्चिमी सिंहभूम जिला बल, झारखंड जगुआर की पुलिस टीम का गठन किया गया।
सेामवार सुबह लगभग आठ बजे पुलिस द्वारा टेमना और भुड़ इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा था। उसी दौरान पुलिस को देखते ही उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी उग्रवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। पुलिस को भारी पड़ता देख उग्रवादी घने जंगल का लाभ उठाते हुए भागने में सफल रहे। मुठभेड़ के बाद पुलिस द्वारा चलाये गये सर्च अभियान में एक लोडेउ कारबाइन, 55 राउंड गोली, 29 मोबाइल, 11 चार्जर, 10 पिट्ठू बैग, नाइन एमएम की मैगजीन और पीएलएफआइ के पर्चे और रसीद बरामद किये गये।