रांची। झारखंड के सरकारी स्कूलों में प्राथमिक शिक्षा के लिए तीसरी से पाँचवी के छात्रों को स्कूल बुलाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। नौवीं से 12वीं, छठी से आठवीं के बाद अब तीसरी से पांचवीं क्लास खोलने पर मंथन चल रहा है। इसमें सबसे पहले तीसरी, पांचवीं, आठवीं और दसवीं के वैसे स्कूल जिनका चयन नेशनल अचीवमेंट सर्वे के लिए किया गया है, उनके छात्र-छात्राओं को बुलाया जाएगा। 12 नवंबर को होने वाले नेशनल अचीवमेंट सर्वे की तैयारी कराई जाएगी, ताकि झारखंड का परिणाम बेहतर आ सके।
कैसे होगी तैयारी?
- आपदा प्रबंधन विभाग की अगली बैठक में इस पर चर्चा की जाएगी और वर्तमान में कोविड के मामलों को देखते हुए अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
- इसके लिए जिलों से रिपोर्ट मंगाई जा रही है कि कोरोना से संबंधित जो नए मामले आए हैं, क्या इससे बच्चे भी प्रभावित हुए हैं या नहीं।
- साथ ही दूसरे राज्यों के भी आंकड़े मंगाए जा रहे हैं, जहां प्राइमरी स्कूल खोले गए हैं।
- वहां क्या स्थिति है, कोरोना का असर स्कूलों के खुलने पर पड़ा है या नहीं यह भी देखा जा रहा है।
कैसे होगा सर्वे ?
- जब तक राज्य सरकार प्राइमरी स्कूलों को खोलने का निर्णय लेगी, तब तक तीसरी और पांचवीं क्लास के वैसे ही 3509 स्कूल जिनके छात्र-छात्राओं को नेशनल अचीवमेंट सर्वे में शामिल होना है, उन्हें स्कूल बुलाया जा सकता है।
- इन छात्र-छात्राओं को सर्वे के लिए तैयार किया जाएगा। ये बच्चे पिछले 19 माह से स्कूल नहीं गए हैं।
- नेशनल अचीवमेंट सर्वे में झारखंड का बेहतर प्रदर्शन के लिए और बच्चों के बीच इसकी तैयारी के लिए सरकार प्रयास करेगी, ताकि राष्ट्रीय स्तर पर झारखंड को अच्छा रैंक मिले।
- 2017 में हुए नेशनल अचीवमेंट सर्वे में झारखंड को देशभर में आठवां स्थान मिला था।
क्या है वर्तमान स्थिति
वर्तमान में छात्र-छात्राओं को शिक्षक अभ्यास प्रश्नपत्र उपलब्ध करा रहे हैं, जिसके आधार पर वे तैयारी कर सकते हैं। वर्तमान में व्हाट्सएप के माध्यम से और लिखित रूप से प्रश्न उपलब्ध कराया जा रहा है। हर जिले से 115 से लेकर 170 स्कूलों का चयन किया गया है। सर्वे के लिए वैसे ही स्कूल चयनित हुए हैं, जहां हर क्लास में कम-से-कम 20 बच्चे नामांकित हैं।