रांची। झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से शुरू होगा। 22 दिसंबर तक चलने वाले इस छोटे सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना है। विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने शीतकालीन सत्र के सुचारू और शांतिपूर्ण तरीके से संचालन के लिए पक्ष-विपक्ष के सदस्यों से सहयोग की अपील की है।
विधानसभा अध्यक्ष ने बुधवार को पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में यह उम्मीद जतायी कि 16 से 22 दिसंबर तक चलने वाले सत्र में पक्ष-विपक्ष के सदस्य जनहित के मुद्दों को उठाएंगे और जन समस्याओं के समाधान में यह सत्र सार्थक साबित होगा।
शीतकाल सत्र में चालू वित्तीय वर्ष का द्वितीय अनुपूरक भी पेश किया जाएगा। अनुपूरक बजट 17 दिसंबर को पेश किया जाएगा। इस सत्र में मुख्यमंत्री प्रश्नकाल के अलावा अल्पसूचित एवं तारांकित प्रश्न के अलावा ध्यानाकर्षण एवं शून्यकाल के माध्यम से पक्ष-विपक्ष के सदस्य अपनी बातों को रख पाएंगे।
विधानसभा का शीतकालीन सत्र के हंगामेदार होने की संभावना है। विपक्षी सदस्य जेपीएससी द्वारा आयोजित सातवीं से दसवीं पीटी परीक्षा को रद्द करने, पेट्रोल-डीजल की कीमत में कमी लाने समेत अन्य मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेंगे, जबकि सरकार ने भी सदन में विपक्षी सदस्यों द्वारा उठाये जाने वाले सभी सवालों का समुचित जवाब देने की तैयारी पूरी कर ली है।
एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि विधानसभा के सत्र को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल के जवान तैनात रहेंगे। बिना पास के किसी को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।