खूंटी। पुलिस ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगगठन पीएलएफआइ(PLFI) के तीन सक्रिय उग्रवादियों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गये तीनों उग्रवादी गुदड़ी थाना के नियरनबेड़ा जंगल में पुलिस के साथ तीन फरवरी को हुई मुठभेड़ में शामिल थे।
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तोरपा के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ओम प्रकाश तिवारी ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि विभिन्न श्रोतों से पुलिस को सूचना मिली थी कि पीएलएफआई के उग्रवादी भ्रमणशील हैं।
सूचना के आलोेक में एसपी के निर्देश पर एएसपी अभियान रमेश कुमार, सीआरपीएफ के द्वितीय कमान अधिकारी आरपी मिश्र, तोरपा के एसडीपीओ ओपी तिवारी और सहायक कमांडेट राजेंद्र भंडारी के नेतृत्व में खूंट और चाईबासा पुलिस रविवार को छापामारी अभियान चला रही थी। उसी दौरान गुप्त सूचना मिली कि कोनवीरकेल गांव के पास पीएलएफआइ(PLFI) का एक दस्ता पुलिस के आवागमन की निगरानी कर रहा है।
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सूचना के आलोक में त्वरित कार्रवाई करते हुए कोनवीरकेल के पास छापेमारी कर तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गये उग्रवादियों में गुदड़ी थाना के टेमना निवासी जीवन सुरीन उर्फ लगनू उर्फ बोंका, जोजोटोली रनिया का अनिल मांझी और हुटुटुवा निवासी अनमोल गुड़िया शामिल है।
दो उग्रवादी भागने में सफल रहे। उग्रवादियों के पास से दो रायफल सिलिंग, एक अपाची मोटरसाइकिल, 11 मोबाइल और अन्य सामान बरामद किये गये हैं। गिरफ्तार उग्रवादियों ने पुलिस के समक्ष तीन फरवरी को हुई मुठभेड़ में शामिल थे। उग्रवादियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में तोरपा के पुलिस इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह, पुलिस निरीक्षक रवींद्र नाथ यादव, एएसआई संदीप कुअकबर अहमद खान, अमरेंद्र कुमार साव के अलावा सुरक्षा बल के जवान शामिल थे।